ग्रामीणों का कहना है कि सुजेन पर हमला करनेवाला उसका पड़ोसी विधान सरकार गांव में ही सैलून चलाता है. साथ ही पुलिस के लिए दलाली व मुखबिरी भी करता है. इस वजह से विधान की पुलिस में गहरी पैठ बनी हुई है. पुलिस उच्चाधिकारियों का भी उसपर वरदहस्त है. इसलिए पुलिस उसे हाथ लगाने से भी कतराती है. पुरानी रंजिश को लेकर विधान ने सुजेन पर 19 सितंबर की रात को जानलेवा हमला किया था. आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि अगर 24 घंटे के अंदर पुलिस विधान को गिरफ्तार नहीं करती है, तो पुलिस कमिश्नर का घेराव किया जायेगा. इससे पहले 20 सितंबर को आक्रोशित ग्रामीणों ने हमलावर को जल्द गिरफ्तार करने की मांग को लेकर एनजेपी पुलिस चौकी का घेराव किया था.
बुरी तरह जख्मी सुजेन के पिता, अनिल सरकार का कहना है कि सुजेन सिलीगुड़ी में हिलकार्ट रोड के नजदीक एक दुकान में बतौर आभूषण कारीगर का काम करता है. अनिल खुद गांव में ही चाय की दुकान चलाते हैं. उन्होंने बताया कि 19 सितंबर की रात को सुजेन काम से घर लौट रहा था. सिलीगुड़ी-फूलबाड़ी रूट के सिटी ऑटो से वह पहले पुलिस बटालियन मोड़ पर उतरा. वहां से वह अकेले पैदल घर के लिए चल पड़ा. सुजेन पर जानलेवा हमला करने के इरादे से अंधेरे में पहले से ही घात लगाये विधान ने लकड़ी की बटाम से पीछे से हमला कर दिया. सुजेन ने भी अपने को बचाने के लिए काफी प्रयास भी किया. लेकिन अचानक हुए इस हमले में सुजेन संभल नहीं पाया और विधान ने बटाम से ताबड़तोड़ कई वार कर दिये.
चीख-पुकार सुनकर इलाकावासी जब-तक मौका-ए-वारदात पर पहुंचते, उससे पहले ही विधान भाग खड़ा हुआ. ग्रामीण भी विधान को पकड़ने के लिए उसके पीछे भागे, लेकिन वह अंधेरे का फायदा उठाकर सबों को चकमा दे गया. हमले में बुरी तरह जख्मी सुजेन को उसी रात सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में भरती करवाया गया. साथ ही एनजेपी पुलिस चौकी में विधान के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी भी दायर करायी गयी. दूसरे दिन पुलिस के कहने पर ही एक ओर प्राथमिकी दायर करायी गयी. सुजेन की मां मिलनबाला का कहना है कि दो-दो बार मामला होने के बावजूद विधान अभी भी खूलेआम घूम रहा है और अब हमें मामला वापस लेने अन्यथा सबों को मारने की धमकी दे रहा है. हम काफी डर-डर कर जीने को मजबूर हैं. वहीं, अब घर में आराम कर रहा सुजेन का कहना है कि काफी पहले एक छोटी सी बात के लिए पड़ोस में रहनेवाले विधान से उसकी कहा-सुनी हो गयी थी. जिसे वह भूल भी गया था. उसी पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए विधान ने उसे जान से मारने की साजिश रची थी.