सिलीगुड़ी:विभिन्न ट्रेड यूनियन संगठनों द्वारा आहूत कल दो तारीख के आम हड़ताल को विफल करने की योजना तृणमूल कांग्रेस ने तैयार कर ली है. राज्य सरकार के साथ ही सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के तमाम नेता तथा समर्थकों ने बंद को विफल कराने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.
तृणमूल नेताओं ने व्यवसायियों से अपनी दुकानें खोलकर रखने का आह्वान किया है. इसके साथ ही दो तारीख को बंद के दिन सभी वाहनों की आवाजाही सामान्य रूप से हो सके, इसके सभी इंतजाम किये जा रहे हैं. राज्य परिवहन बोर्ड के सदस्य तथा तृणमूल कांग्रेस नेता मदन भट्टाचार्य ने कहा है कि वर्ष 2011 में राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही बंद की परंपरा भी खत्म हो गई है. किसी भी कीमत पर बंद को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य का भरपूर विकास करना चाहती हैं. विकास के अलावा उनके एजेंडे में और कुछ भी नहीं है. दो तारीख के बंद का भी राज्यवासी समर्थन नहीं करेंगे. सिलीगुड़ी सहित पूरे राज्य के लोग विकास चाहते हैं. श्री भट्टाचार्य ने दावा करते हुए कहा कि कल के बंद के दौरान वाहनों की आवाजाही सामान्य रहेगी. सिर्फ सरकारी वाहन ही नहीं, गैर सरकारी वाहन भी सामान्य रूप से चलेंगे. इसको लेकर उन्होंने कल ही मिनी बस सिंडिकेट, मोटर वाहन एसोसिएशन, ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन, जीप मालिकों के एसोसिएशन आदि सहित विभिन्न वाहन चालकों एवं मालिकों के संगठनों के साथ एक बैठक की है.
श्री भट्टाचार्य ने दो तारीख को वाहन नहीं निकालने वाले चालकों तथा मालिकों को लाइसेंस एवं परमिट रद्द करने की भी धमकी दी. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि दो तारीख को स्थिति पूरी तरह से सामान्य रहेगी और सिलीगुड़ी सहित पूरे उत्तर बंगाल में बंद का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उपद्रवियों तथा बंद समर्थकों को काबू में करने के लिए सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये जा रहे हैं. इसके लिए एक कंट्रोल रूम की भी स्थापना की गई है. यदि किसी वाहन चालकों के साथ बंद समर्थक जोर-जबरदस्ती करते हैं तो कंट्रोल रूम को इसकी सूचना मिलते ही तत्काल कार्रवाई करेगी. इस बीच, बंद को लेकर सिलीगुड़ी में बृहस्पतिवार को दिन भर जोर आजमाइश जारी रही. तृणमूल की ओर से बंद के विरोध में रैलियां निकाली जा रही हैं. तृणमूल के छात्र संगठन तृणमूल छात्र परिषद द्वारा भी आज रैली निकाली गई. बंद के विरोध में निकाली गई यह रैली सिलीगुड़ी कॉलेज से शुरू हुई. रैली में शामिल लोगों ने हिलकार्ट रोड, विधान रोड सहित शहर के प्रमुख मार्गों की परिक्रमा की. रैली का समापन कॉलेजपाड़ा में हुआ.
दूसरी तरफ वाम मोरचा के विभिन्न ट्रेड यूनियन संगठनों ने बंद को सफल बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. वाम मोरचा की ओर से बंद को सफल बनाने के लिए बाघाजतीन पार्क से एक विराट रैली निकाली गई. सीटू के जिला अध्यक्ष तथा पूर्व सांसद समन पाठक ने दावा करते हुए कहा कि कल के बंद को सफल होने से कोई नहीं रोक सकता. उन्होंने इस मुद्दे पर राज्य के तृणमूल सरकार तथा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों को मनवाने के लिए बंद तथा हड़ताल श्रमिकों का गणतांत्रिक अधिकार है. राज्य की ममता बनर्जी सरकार श्रमिकों के इस अधिकार को कुचलना चाहती है. श्री पाठक ने कहा कि बंद का आह्वान श्रमिकों के हित के लिए किया गया है. जो मांगें रखी गई हैं उसे श्रमिकों का कल्याण होगा. ऐसे में भला ममता बनर्जी को परेशानी क्यों हो रही है. उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी आदि तमाम मुद्दे को लेकर बंद का आह्वान किया गया है. श्रमिकों तथा कर्मचारियों की न्यूनतम तनख्वाह 18 हजार रुपये प्रति महीने की मांग की गई है. इसमें भला ममता बनर्जी को परेशानी क्यों हो रही है.
धमकाने का लगाया आरोप : सीटू नेता समन पाठक ने बंद को विफल करने के लिए तृणमूल नेताओं पर धमकाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि दो तारीख को बंद के दौरान सड़क पर गाड़ी निकालने के लिए ड्राइवरों को धमकाया जा रहा है. वाहन के परमिट तथा ड्राइवरों के लाइसेंस रद्द करने की धमकी दी जा रही है. उन्होंने साफ-साफ कहा कि वह लोग तृणमूल की इस धमकी से डरने वाले नहीं हैं.