बैठक जारी रहने के दौरान ही तृणमूल नेता नांटू पाल के निर्देश पर तृणमूल का झंडा भी सभागार में लाया गया.सभी तृणमूल वार्ड पार्षद हाथ में झंडा लेकर नारेबाजी करने लगे. इसी बीच नांटू पाल और निखिल सहनी ने पेपर फाड़ कर सभागार में उड़ा दिया. सभागार के बाहर भी तृणमूल समर्थक हाथ में झंडा लेकर नारेबाजी कर रहे थे. करीब सवा दो बजे सभी प्रस्ताव पास होने और बैठक समाप्त होने की घोषणा चेयरमैन दिलीप सिंह ने की. इसके साथ मेयर और चेयरमैन सभागार से निकल गये. लेकिन इसके बाद भी दोनों पक्षों के बीच जुबानी जंग जारी रही. कुछ देर के बाद सभागार से निकल कर अपने पार्टी कार्यालय पहुंचे.
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सिलीगुड़ी निगम : मासिक बोर्ड बैठक में जमकर हंगामा
सिलीगुड़ी: बुधवार को सिलीगुड़ी नगर निगम की मासिक बोर्ड बैठक में वामो पार्षद दुर्गा सिंह के तृणमूल में शामिल होने को लेकर जमकर हंगामा हुआ. दोपहर के एक बजे से मासिक बोर्ड बैठक का समय तय था. समय के मुताबिक निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य, उपमेयर राम भजन महतो, चेयरमैन दिलीप सिंह सहित सभी मेयर […]
सिलीगुड़ी: बुधवार को सिलीगुड़ी नगर निगम की मासिक बोर्ड बैठक में वामो पार्षद दुर्गा सिंह के तृणमूल में शामिल होने को लेकर जमकर हंगामा हुआ. दोपहर के एक बजे से मासिक बोर्ड बैठक का समय तय था. समय के मुताबिक निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य, उपमेयर राम भजन महतो, चेयरमैन दिलीप सिंह सहित सभी मेयर परिषद सदस्य व वामो वार्ड पार्षद, भाजपा की दो और कांग्रेस के दो वार्ड पार्षद सभा कक्ष में उपस्थित हुए. सभी निगम में विरोधी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के वार्ड पार्षदों के इंतजार में थे. तभी तृणमूल कांग्रेस जिंदाबाद के नारे के साथ तृणमूल वार्ड पार्षद भारी संख्या में समर्थकों के साथ निगम परिसर में आये.
माकपा की घटक दल फॉरवार्ड ब्लॉक छोड़कर तृणमूल में शामिल होने दुर्गा सिंह समेत तृणमूल वार्ड पार्षदों के साथ निगम के सभागार में प्रवेश कर गए. दुर्गा सिंह को तृणमूल खेमे में देखकर माकपा के वार्ड पार्षदों ने दुर्गा सिंह खिलाफ ‘गो बैक’और इस्तीफा देने का नारा लगाने लगे. इसके साथ ही सभी ने प्ले-कार्ड भी पहन लिया. इसके बाद निगम के सभागार में माकपा और तृणमूल वार्ड पार्षदों ने जो हंगामा किया उसे शब्दों में बयां करना संभव नहीं है. दोनों राजनीतिक पार्टियों के वार्ड पार्षद नारेबाजी में जुट गये. एक तरफ ममता बनर्जी जिंदाबाद तो दूसरी ओर इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाये जा रहे थे. इतने में ही तृणमूल के विरोधी दल नेता नांटू पाल से लेकर सभी तृणमूल वार्ड पार्षद सभागार में तोड़फोड़ करने लगे. कोई टेबल पर माईक पटकने लगा, तो कोई पानी का बोलत.
किसी ने शीसे के ग्लास को पटक दिया. नारेबाजी के दौरान तृणमूल वार्ड पार्षद प्रदीप गोयल और निखिल सहनी ने दुर्गा सिंह के अपमान के लिये माकपाई पार्षदों से क्षमा मांगने की मांग की. उसके बाद तृणमूल के सभी वार्ड पार्षदों ने माकपाई पार्षदों के गले में लटके प्ले-कार्ड उतारने की मांग निगम के चेयरमैन दिलीप सिंह से की. जवाब में उन्होंने कहा कि बोर्ड बैठक शुरू होने के बाद उतारने का निर्देश दिया जायेगा. तृणमूल वार्ड पार्षद मानने को राजी नहीं थे. इस पर तृणमूल पार्षदों ने चेयरमैन पर पक्षपात करने का आरोप लगाकर नारेबाजी शुरू कर दी. इस दौरान तृणमूल के रंजनशील शर्मा ने प्ले कार्ड उतारे बिना बोर्ड बैठक नहीं होने देने धमकी दे डाली. इस धमकी ने आग में घी का काम किया. इसके बाद माकपा और तृणमूल वार्ड पार्षदों के बीच जुबानी जंग भी शुरू हो गयी.
इसी बीच 9 नंबर वार्ड के तृणमूल पार्षद प्रदीप गोयल माकपा की महिला पार्षदों के साथ भिड़ गये. यहां तक कि आवेश में उन्होंने हाथ चलाने की भी कोशिश की. अन्य पार्षदों ने उन्हें संभाला. धीरे-धीरे मामला और बिगड़ता चला गया. इतने शोर-शराबे के बीच तृणमूल के रंजनशील शर्मा ने सिटी बजाना शुरू कर दिया.
शोर-शराबे के बीच जारी रही बोर्ड बैठक
इस शोर-शराबे के बीच करीब एक बजकर 25 मिनट पर निगम के चेयरमैन दिलीप सिंह ने बोर्ड की बैठक शुरू करने की घोषणा की. चेयरमैन के निर्देश और अशोक भट्टाचार्य के इशारे पर सभी माकपा वार्ड पार्षदों ने प्ले कार्ड निकाल दिया. इसके बाद पिछले एक माह में के दौरान मृत लोगों की आत्मा की शांति के लिए मौन धारण किया गया. तृणमूल वार्ड पार्षद भी इसमें शामिल हुए. इसकी समाप्ति के साथ ही फिर से तृणमूल पार्षदों ने नारेबाजी शुरू कर दी. इस नारेबाजी के बीच बोर्ड बैठक जारी रही. माकपा के कइ वार्ड पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों की समस्या गिनायी. संबंधित विभाग के मेयर परिषद सदस्य ने जवाब भी दिया. शोर इतना अधिक था कि कुछ भी सुनायी नहीं दिया.
क्या कहते हैं मेयर
बोर्ड बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने कहा कि पूरे राज्य में इसी तरह गणतंत्र की हत्या की जा रही है. सिलीगुड़ी नगर निगम के इतिहास में आज जैसी घटना पहले कभी नहीं हुयी है. यह घटना निगम पर एक कलंक है. वार्ड पार्षदों के लिये यह एक लज्जाजनक है. इस घटना से तृणमूल के अंदर हताशा दिखती है. विरोधी नेता रहते ममता बनर्जी ने भी विधानसभा में कुछ इसी तरह से तांडव मचाया था. तृणमूल पार्षद उन्हीं का अनुसरण करर रहे हैं. दुर्गा सिंह के तृणमूल में शामिल होने के संबंध में उन्होंने कहा कि तृणमूल वार्ड पार्षदों के साथ बैठकर उन्होंने यह साबित कर दिया है कि वे तृणमूल में जा चुकी है. स्वभाविक है वामो के अंदर उनका विरोध होगा.उन्हें सिलीगुड़ी के हर कोने में इसी प्रकार के विरोध का सामना करना पड़ेगा. माकपा पार्षदों का प्ले कार्ड लगाकर विरोध करना गणतांत्रिक है. तृणमूल जिस तरह की गुंडागर्दी कर रही है उससे लोकतंत्र की हत्या हो रही है. तृणमूल को खुली चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि यदि तृणमूल में दम है तो माकपा बोर्ड के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर दिखायें.
क्या कहते हैं विरोधी दल नेता
बुधवार को सिलीगुड़ी नगर निगम की मासिक बोर्ड बैठक को निगम के विरोधी दल नेता नांटू पाल ने असंवैधानिक बताया है. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि पश्चिम बंगाल नगर निगम एक्ट के तहत निर्धारित समय से 15 मिनट की देरी से बैठक शुरू होना अवैध है.आज पूरे 27 मिनट की देरी से बैठक शुरू करने की घोषणा हुयी. इसके अतिरिक्त आज की सभा में किसी भी वार्ड पार्षद ने हस्ताक्षर नहीं किया. हंगामे के संबंध में उन्होंने कहा कि मेयर और चेयरमैन के निर्देश पर माकपाइ पार्षदों ने प्लाकार्ड लगाकर नारेबाजी की. श्री पाल ने कहा कि दुर्गा सिंह तृणमूल में आ चुकी है. तीन और माकपा पार्षद तृणमूल के समर्थन में हैं. इस माकपा बोर्ड की संख्या अब 19 पर आ टिकी है. सही समय आने अविश्वास प्रस्ताव लाया जायेगा.
क्या कहते हैं चेयरमैन
आज की बोर्ड बैठक में हुए हंगामें के खिलाफ किसी भी प्रकार की कानूनी कार्यवायी करने का फैसला निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने चेयरमैन दिलीप सिंह पर छोड़ा है. इस संबंध में दिलीप सिंह ने कहा कि मासिक बोर्ड बैठक में आज जो हंगामा हुआ वह सिलीगुड़ी नगर निगम के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ. ऐसी घटना ना होना ही अच्छा है. इस तरह के हंगामे के खिलाफ संविधान में कार्यवायी का प्रावधान है, तृणमूल कांग्रेस पार्षद भी इसी निगम के सदस्य है. इसलिए आज की घटना को लेकर किसी के भी खिलाफ कोई कानूनी कार्यवायी नहीं करेंगे. श्री सिंह ने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम एक्ट के तहत दार्जिलिंग जिला फॉरवार्ड ब्लॉक ने दल-बदल कानून के तहत दुर्गा सिंह की सदस्यता रद्द करने की अपील की है. इस संबंध में राज्य सरकार के संबंधित विभाग को रिपोर्ट सौंपेंगे.
क्या कहती है भाजपा : आज की बोर्ड बैठक में भाजपा की दोनों वार्ड पार्षद उपस्थित थी. इन्हें अपने वार्ड से संबंधित कइ समस्याओं को बोर्ड के समक्ष रखना था. हालांकि इन्हें अपना प्रश्न रखने का मौका दिया गया लेकिन शोर-शराबे के कारण इन्होंने बोलने से इनकार कर दिया. आज के इस हंगामे को लेकर आठ नंबर वार्ड की भाजपा पार्षद खुशबू मित्तल ने कहा कि आज जो हुआ, वह अच्छा नहीं हुआ. दो राजनीतिक पार्टी के बीच के मसले को आपस में बैठकर भी सुलझाया जा सकता है. मासिक बोर्ड बैठक नागरिकों के हित में होता है. लेकिन आज हम अपनी वार्ड की समस्याओं को बोर्ड के समक्ष नहीं रख पाये.
क्या कहती है कांग्रेस: आज की इस मासिक बोर्ड बैठक में चार कांग्रेस वार्ड पार्षदों में से दो वार्ड पार्षद मौजूद थे. हंगामे के संबंध में 25 नंबर वार्ड की कांग्रेस वार्ड पार्षद सीमा साहा ने कहा कि आज की घटना अवांछनीय है. वार्ड के विकास कार्यों के लिये मासिक बोर्ड बैठक का आयोजन कराया जाता है. जो हुआ अच्छा नहीं हुआ.
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