सिलीगुड़ी:सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र के पांच नंबर वार्ड से फारवर्ड ब्लॉक पार्षद दुर्गा सिंह ने पार्टी से बगावत कर और तणमूल कांग्रेस का दामन थाम लेने के बाद जहां सिलीगुड़ी की सियासत में उथल-पुथल है वहीं, वाम बोर्ड के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने दुर्गा को निगम के स्वास्थ्य और पार्किंग विभाग के मेयर परिषद सदस्य […]
सिलीगुड़ी:सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र के पांच नंबर वार्ड से फारवर्ड ब्लॉक पार्षद दुर्गा सिंह ने पार्टी से बगावत कर और तणमूल कांग्रेस का दामन थाम लेने के बाद जहां सिलीगुड़ी की सियासत में उथल-पुथल है वहीं, वाम बोर्ड के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने दुर्गा को निगम के स्वास्थ्य और पार्किंग विभाग के मेयर परिषद सदस्य (एमएमआइसी) के दायित्व से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. अब वाम पार्षदों की निगाहें इन अति महत्वपूर्ण विभागों के खाली पड़ी कुरसी पर टिकी है.
इन दोनों विभागों के लिए कौन होगा भावी एमएमआइसी, फिलहाल कोइ नहीं जानता. इसके बावजूद अटकलों का बाजार गरम है. इस मुद्दे पर कोई भी वाम पार्षद या वाम नेता अपना मुंह खोलने से बच रहे हैं. लेकिन सभी इन दोनों महत्वपूर्ण विभागों के लिए अभी से ही ताल ठोककर जोर आजमाइश करने लगे हैं. मेयर का ध्यान अपनी ओर खींचने लगे हैं.
राजनीति के माहिरों की माने तो छह नंबर वार्ड के पार्षद व मेयर अशोक भट्टाचार्य, 42 नंबर वार्ड के पार्षद व चेयरमैन दिलीप सिंह, तीन नंबर वार्ड के पार्षद रामभजन महतो व अन्य सभी विभागों के मेयर परिषद सदस्यों के अलावा बाकी बचे वाम पार्षदों में 26 नंबर वार्ड के पार्षद दीपायन राय उर्फ शंभू दा इस पद को पाने की होड़ में सबसे आगे हैं. इस दावेदारी को लेकर राजनीति के माहिरों का जो तर्क है वह भी शंभू दा पूरी तरह फिट बैठता है. तर्क यह है कि वह लगातार 26 नंबर वार्ड के पार्षद हैं. वाम मोरचा की टिकट पर वह पहले 2009 में 26 नंबर वार्ड से चुनाव जीते. इसके बाद बीते वर्ष 2015 में भी इसी वार्ड से वाम मोरचा की टिकट पर ही चुनाव लड़े, दोनों ही चुनावों में उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदियों को कड़ी शिकस्त दी. बीते वर्ष हुए चुनाव में शंभू दा ने अपने सबसे निकटतम प्रतिद्वंदी तणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार को भारी मतों से हराया. इसबीच,फिलहाल मेयर ही इन दोनों विभागों की कमान संभालेंगे.
पार्टी हाइकमान का निर्देश सिर आंखों परः शंभू दा
पद और कुरसी मेरे लिए कोई मायने नहीं रखता और ना ही कोइ लालच है. वह केवल जनता की सेवा, भलाई और विकास करने के लिए काम करना चाहते हैं. पार्टी हाइकमान का निर्देश ही मेरे सिर आंखों पर होगा. यह कहना है 26 नंबर वार्ड के वाम पार्षद दीपायन राय उर्फ शंभू दा का. उन्होंने कहा कि जनता की सेवा करने के लिए पार्टी जैसा निर्देश देगी वह वैसा ही करेंगे. उनकाका कहना है कि वार्ड की जनता 2009 से उन्हें अपना जनप्रतिनिधि चुन रही है और अपनी पार्टी में रहकर ही जनता के लिए काम करते रहेंगे. शंभू दा दावा किया कि जनता, काम और पार्टी ही सर्वोपरी है, पद और कुर्सी नहीं.