सिलीगुड़ी:सिलीगुड़ी नगर निगम और सिलीगुड़ी महकमा परिषद इलाके में डेंगू के मरीजों की संख्या दो दुनी चार की गति से बढ़ रही है,लेकिन इस बीमारी से निपटने के लिउ जो ब्यापक पहल की जानी चाहिए,वह नदारद है. आमलोग यह पूछ रहे हैं कि आखिर इसके लिये जिम्मेदार कौन है.कोलकाता में डेंगू फैलने के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वास्थय विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और कइ दिशा निर्देश जारी किये गए.इसके अलावा राज्य की सभी नगरपालिका, महकमा परिषद और ग्राम पंचायतों ने भी इस बीमारी से लड़ेने की कवायद शुरू की है.
कुछ चिकित्सकों और पर्यावरण प्रेमियों का मानना है कि इस महामारी फैलने के पहले ही यदि हम सतर्क रहे होते तो स्थिति इतनी गंभीर नहीं होती. बहरहाल राज्य के अन्य स्थानों पर डेंगू की बीमारी से निपटने के लिए चाहे जो भी कवायद चल रही हो,सिलीगुड़ी नगर निगम और महकमा परिषद इलाकों में ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिल रहा है.इतनी खतरनाक परिस्थिति के बाद भी सिलीगुड़ी नगर निगम और महकमा परिषद के सभी अस्पतालों में डेंगू के लक्षण वाले मरीजों के रक्त जांच की कोइ ब्यवस्था नहीं है. रोगियों को बीमारी का शक होने पर स्वयं रक्त परीक्षण कराना होगा. इसके अतिरिक्त सरकारी तौर पर सिर्फ सिलीगुड़ी जिला अस्पताल और उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में ही रक्त परीक्षण की व्यवस्था उपलब्ध है.
मंगलवार तक सिलीगुड़ी नगर निगम और महकमा परिषद इलाके को मिलाकर डेंगू के कुल छह मरीज पाये गये हैं. सोमवार तक डेंगू के सिर्फ चार मरीज सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में पाये गये थे. मंगलवार को सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 23 में एक और सिलीगुड़ी महकमा परिषद के नकस्लबाड़ी इलाके में डेंगू का एक मरीज पाया गया. इससे इस बीमारी से पीड़ित रोगियों की संख्या बढ़कर छह हो गयी है. डेंगू का मरीज पाये जाने के बाद सिलीगुड़ी महकमा परिषद की नींद टूटी है. बुधवार को सिलीगुड़ी महकमा परिषद में स्वास्थ विभाग के साथ एक बैठक की गयी है.
इस बैठक में महकमा परिषद के सभाधिपति, जिला स्वास्थ विभाग के सहायक स्वास्थ अधिकारी, बीडीओ, ग्राम पंचायत प्रधान, सदस्य आदि उपस्थित थे. इस बैठक में डेंगू पर कड़ी निगरानी रखने के लिये पांच सदस्यीय एक टीम तैयार करने का निर्णय लिया गया है. इस टीम में बीडीओ, पंचायत समिति के सदस्य, सर्वशिक्षा मिशन के डीपीओ व महकमा परिषद के सदस्य शामिल होंगे. आज की इस बैठक में तीन मुख्य विंदुओं पर गौर किया गया है. पत्रकारों को संबोधित करते हुए सिलीगुड़ी महकमा परिषद के सभाधिपति तापस सरकार ने कहा कि डेंगू मुख्यत: बच्चों को होता है. इसीलिए विद्यालय, अस्पताल और आइसीडीएस सेन्टर पर विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है. इसके अतिरिक्त महकमा परिषद इलाके में जल जमाव पर कुछ खास निर्देश ग्राम पंचायत प्रधानों को दिये गये हैं. निर्माणधीन इमारतों के मालिकों, टायर आदि का व्यवसाय करने वालो को इस संबंध में सूचित कर दिया गया है. घर-घर जाकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
राज्य सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ विभाग के आशाकर्मी घर-घर जाकर बुखार से पीड़ित लोगों के रक्त का नमूना संग्रह करेंगे. उसके बाद रक्त की जांच रिपोर्ट के आधार पर डेंगू और इन्सेफलाइटिस से संक्रमित रोगियों की पहचान की जायेगी. पीड़ितों का इलाज ढांचागतगत सुविधाओं से युक्त नजदीकी अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज में कराया जायेगा. इसके अलावा आज की बैठक में जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय भी लिया गया है. इस संबध में तापस सरकार ने कहा कि स्वास्थ कर्मी जागरूकता अभियान के तहत घर-घर पहुंचेगे.