जलपाईगुड़ी : डुवार्स तथा भूटान में भारी बारिश की वजह से डुवार्स के विभिन्न इलाकों में बाढ़ की स्थिति है. बाढ़ का पानी जलदापाड़ा राष्ट्रीय उद्यान के संरक्षित बक्सा बाघ परियोजना क्षेत्र में भी घुस गया है. स्वाभाविक रूप से जंगली जानवरों की परेशानी काफी बढ़ गई है. इस इलाके में बाढ़ का पानी आने को लेकर वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी काफी परेशान हैं.
वन विभाग ने इस क्षेत्र की पहरेदारी बढ़ा दी है. हालांकि वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस पानी से जंगली जानवरों को कोई विशेष परेशानी नहीं होगी लेकिन यदि अगले दो दिनों तक बाढ़ की स्थिति ऐसी ही बनी रही तो यह चिंता का कारण हो सकता है. वन विभाग के कर्मचारी हाथी की पीठ पर सवार होकर जंगल की पहरेदारी कर रहे हैं. वन विभाग के अधिकारी बिमल देवनाथ ने बताया है कि बाढ़ का पानी देख जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में न आ जायें, इस पर खास निगरानी रखी जा रही है. यहां उल्लेखनीय है कि डुवार्स के जलदापाड़ा जंगल के बीच से तोर्षा तथा हालोंग नदी बहती है.
बरसात में अन्य नदियों की तरह ही इन दोनों नदियों का भी जल स्तर बढ़ जाता है. वन विभाग को चिंता है कि हाथी कहीं तेज बहाव वाली नदी में न उतर जायें. नदी के पानी में जंगल के बीच स्थित एक पुल भी बह गया है. इस पुल के निकट काफी गेंडे आते हैं. वर्तमान में यहां काफी पानी है. इस मौसम को गेंडे के लिए प्रजनन मौसम कहा जाता है.
बाढ़ की वजह से गेंडे के प्रजनन पर असर पड़ने की संभावना है. इस बीच, वन विभाग के साथ-साथ सिंचाई विभाग की भी इन जानवरों पर नजर है. सिंचाई विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बसरा, पाना तथा बाला नदी के पानी घुसने से भी वन क्षेत्र की स्थिति खराब है.