महुरीपाड़ा की दुर्गा पूजा अपने शानदार आयोजन के लिए हमेशा से मशहूर रही है. यह दुर्गा पूजा अलग-अलग राज्यों की संस्कृति प्रदर्शित करती रही है. इस परंपरा का निर्वाह करते हुए इस बार का थीम है मणिपुर. पूजा मंडल का मुख्य प्रवेशद्वार मणिपुरी टोपी की तरह बनाया जायेगा. मंडप के भीतर मणिपुर की ग्रामीण और शहरी संस्कृति की झलक होगी.
प्रतिमा की वेशभूषा में मणिपुरी पोशाक की छाप होगी. जो लोग कभी मणिपुर नहीं गये हैं उनके लिए इस साल महुरीपाड़ा की पूजा बड़ा आकर्षण होगी. आयोजकों का दावा है कि एक बार उनकी पूजा घूम लेने पर मणिपुर घूम लेने जैसा एहसास होगा. पूजा कमिटी के सचिव उत्तम बोस ने बताया, इस बार उनकी पूजा 67वें साल में कदम रख रही है. पूजा का बजट करीब साढ़े सात लाख रुपये रखा गया है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि इस बार भी उनकी ही पूजा अव्वल रहेगी.
वहीं पांडापाड़ा की पूजा का मंडप धान के डोल जैसा दिखेगा. मंडप के भीतर राजवंशियों के धार्मिक लोकाचार से जुड़े विभिन्न मॉडल होंगे. पूजा कमिटी के सचिव सुरजीत बोस ने बताया कि इस बार उनकी पूजा के 88 साल हो रहे हैं. पूजा का बजट साढ़े सात लाख रुपये रखा गया है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि उनकी पूजा शहरवासियों का ध्यान खींचेगी.