मालदा. तीस्ता नदी के ऊपर जयी पुल निर्माण के निर्णय से ही विधानसभा चुनाव में कूचबिहार में तृणमूल कांग्रेस को भारी जीत हासिल हुई है. मालदा आकर यह बातें उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवीन्द्र घोष ने कही. उन्होंने कहा कहा कि आने वाले दिनों में जयी पुल पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केन्द्र होगा, क्योंकि पूरे देश में जयी पुल ही सबसे लं पुल होगा. स्वाभाविक तौर पर उत्तर बंगाल में पर्यटन को बढ़ावा देने में इस पुल की विशेष भूमिका होगी.
दूर-दूर से लोग इस पुल को देखने आयेंगे. अभी बिहार में सोन नदी पर बना पुल देश का सबसे लंबा पुल है. उस पुल की लंबाई साढ़े चार किलोमीटर है. जयी पुल की लंबाई इससे भी अधिक होगी. इससे पहले उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवीन्द्र नाथ घोष मालदा पहुंचे. उन्होंने अपने मंत्रालय के काम-काज का जायजा लिया. वह अपने दफ्तर भी पहुंचे. पुराने सर्किट हाउस में स्थित अपने कार्यालय में उन्होंने विकास को लेकर जिला अधिकारी शरद द्विवेदी के साथ एक बैठक भी की.
बाद में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मालदा जिले में उनके मंत्रालय की ओर से 20 परियोजनाओं पर काम चल रहा है. इनमें सबसे बड़ी परियोजना भुतनी पुल का निर्माण है. कुल 103 करोड़ रुपये खर्च कर इस पुल का निर्माण हो रहा है. 27 फरवरी 2014 को तत्कालीन उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव ने इस परियोजना की शुरूआत की थी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसका शिलान्यास किया था. इसके अलावा मानिकचक ब्लॉक में साढ़े छह करोड़ रुपये की लागत से नये कॉलेज भवन का निर्माण का काम चल रहा है.
काम करीब-करीब पूरा होने को है. कई सड़कों का निर्माण कार्य भी तेज गति से जारी है. भुतनी पुल का करीब आधा काम हो गया है. पुल के चालू होने में अभी भी कम से कम दो साल लेंगे. इस परियोजना पर अब तक 48 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. श्री घोष ने कहा कि उनके मंत्रालय के अधीन पहले से ही इतने काम हो रहे हैं कि उसी को फंड उपलब्ध कराने में परेशानी हो रही है. इसके अलावा और भी कई परियोजनाओं को शुरू करने का निर्णय लिया गया है. उम्मीद है कि राज्य सरकार उनके मंत्रालय को और अधिक फंड देगी.
साढ़े चार घंटा की दूरी 15 मिनट में होगी तय
उन्होंने अपने जिले में बन रहे जयी पुल के बारे में एक बार फिर से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कूचबिहार के लोग काफी दिनों से इस पुल को बनाने की मांग कर रहे थे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुल बनाने की मंजूरी दी. इस पुल की लंबाई करीब साढ़े पांच किलोमीटर होगी. लगता है कि इस पुल के निर्माण ने ही विधानसभा चुनाव में अपना कमाल दिखाया और जिले में तृणमूल कांग्रेस की भारी जीत हुई. मंत्री ने कहा कि इस पुल के निर्माण पर 600 करोड़ रुपये खर्च होंगे. काम की शुरूआत भी हो गई है. एक बार पुल के बन जाने के बाद उत्तर बंगाल के लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी. कूचबिहार जिले के हल्दीबाड़ी से मेखलीगंज जाने में 150 किलोमीटर दूरी कम तय करनी होगी. पहले चार से साढ़े चार घंटे लगते थे. पुल के बन जाने के बाद 15 से 20 मिनट में हल्दीबाड़ी के लोग मेखलीगंज पहुंच जायेंगे. मंत्री ने आगे कहा कि पुल बनाने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी विभाग की है. राज्य सरकार की ओर से 80 प्रतिशत राशि की मंजूरी दी गई है. वर्ष 2019 तक पुल के बन जाने की संभावना है.