प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ममता बनर्जी के आगमन को देखते हुए यहां सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये गये हैं. दार्जिलिंग तथा जलपाईगुड़ी जिले के अधिकारी मुख्यमंत्री दौरे को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं. सूत्रों ने आगे बताया कि पिछले दो दिनों से प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारियों का उत्तरकन्या आना-जाना लगा हुआ है. यहां सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये जा रहे हैं. इसको लेकर प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारियों ने एक बैठक भी की है.
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद पहले पहले उत्तर बंगाल दौरे में ममता बनर्जी 27 जून को कोलकाता से बागडोगरा पहुंचेंगी. उस दिन सिलीगुड़ी में उनका कोई कार्यक्रम नहीं है. वह सीधे अलीपुरद्वार के लिए रवाना हो जायेंगी. यहां उल्लेखनीय है कि अलीपुरद्वार को जिला बने हुए दो साल हो गये हैं. पहली बार जब ममता बनर्जी मुख्यमंत्री ब?? ??नी थी तभी उन्होंने अलीपुरद्वार को अलग जिला बनाने की घोषणा कर दी थी. वर्ष 2014 में जलपाईगुड़ी से अलग कर अलीपुरद्वार को अलग जिला बना दिया गया. नवगठित इस जिले के विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री ने आर्थिक सहायता की भी घोषणा की थी.
जिले के दो साल पूरे होने के अवसर पर राज्य सरकार की ओर से यहां कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है और मुख्यमंत्री उसी कार्यक्रम में शामिल होंगी. प्रशासनिक सूत्रों ने आगे बताया कि 27 जून को शाम में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल होने के अलावा उस दिन मुख्यमंत्री का कोई कार्यक्रम नहीं है. उसके अगले दिन 28 जून को वह जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक बैठक करेंगी एवं विभिन्न योजनाओं तथा विकास कार्यों की समीक्षा करेंगी. 29 जून को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सिलीगुड़ी के निकट फूलबाड़ी स्थित उत्तरकन्या पहुंचेंगी.
वहां वह तीन जिलों के अधिकारियों के साथ प्रशासनिक बैठक करेंगी. सूत्रों ने आगे कहा कि इस बैठक में दार्जिलिंग तथा जलपाईगुड़ी के अलावा कूचबिहार जिले के अधिकारी शामिल होंगे. रात्रि विश्राम ममता बनर्जी उत्तरकन्या में ही करेंगी. उसके अगले दिन 30 जून को कोलकाता के लिए रवाना हो जायेंगी. इस बार मुख्यमंत्री के पहाड़ पर जाने का कोई कार्यक्रम नहीं है. इससे पहले अपने पहले कार्यकाल में ममता बनर्जी कई बार दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र का दौरा कर चुकी हैं.