जलपाईगुड़ी. वासना की आग में किसी इनसान का दिमाग कितना बिगड़ जाता है, इसका उदाहरण जलपाईगुड़ी में देखने को मिला. एक इनसान को यौन वर्द्धक दवा का इस्तेमाल काफी महंगा पड़ गया और जान बचाने के लिए उसे अस्पताल में भरती होना पड़ा. यह सनसनीखेज घटना जलपाईगुड़ी कोतवाली थाना अंतर्गत कागिला हाट इलाके में घटी […]
जलपाईगुड़ी. वासना की आग में किसी इनसान का दिमाग कितना बिगड़ जाता है, इसका उदाहरण जलपाईगुड़ी में देखने को मिला. एक इनसान को यौन वर्द्धक दवा का इस्तेमाल काफी महंगा पड़ गया और जान बचाने के लिए उसे अस्पताल में भरती होना पड़ा. यह सनसनीखेज घटना जलपाईगुड़ी कोतवाली थाना अंतर्गत कागिला हाट इलाके में घटी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, करीब पचास वर्षीय उस इनसान का घर भरा-पूरा है.
घर में पत्नी और बच्चे भी हैं. अखबार में कामोत्तेजक दवा के विज्ञापन को देखकर वह बुरी तरह फंस गया. उसने एक दुकान से कामोत्तेजक दवा खरीदी. अस्पताल सूत्रों ने बताया है कि वह कामोत्तेजक दवा खाने के बाद एक आम बागान में चुपचाप चला गया और वहां एक बोतल की सहायता से मैथुन करने की कोशिश करने लगा. यौनांग के काफी फुल जाने की वजह से वह मुसीबत में फंस गया. बोतल से यौनांग को बाहर नहीं निकाल सका.
बुरी तरह से खून से लथपथ स्थिति में वह जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल पहुंचा. सर्जन डॉ सौरेन मंडल ने बताया कि गैस कटर की मदद से बोतल को बाहर निकाला गया. डॉ मंडल ने आगे बताया कि बुधवार को शाम छह बजे रोगी को ऑपरेशन थियेटर में भरती कर गैस कटर की मदद से पहले बोतल को बाहर निकाला गया और उसके यौनांग की सर्जरी की गयी. रोगी खतरे से बाहर है और उसकी चिकित्सा चल रही है. उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के विकृत मानसिकता के व्यक्ति को देखकर वह स्वयं हैरान हैं. रोगी के स्वस्थ होने के बाद उसे काउंसिलिंग के लिए मनोचिकित्सक के पास भेजा जायेगा.
क्या कहते हैं सीएमओ
जलपाईगुड़ी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओएच) डॉ प्रकाश मृधा ने कहा है कि विज्ञापन देखकर किसी भी प्रकार की दवाई का प्रयोग करना काफी हानिकारक है. इस तरह की घटना रोगी की मानसिक विकृति को दर्शाता है. यौन संपर्क को लेकर अभी भी काफी लोग मानसिक रूप से बीमार हैं. ऐसे रोगियों की मानसिक चिकित्सा की भी जरूरत है. उन्होंने आगे कहा कि इस रोगी को भी पहले मानसिक चिकित्सक के पास भेजा जायेगा और उसके बाद ही अस्पताल से छुट्टी दी जायेगी.