स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे बाइकरों खिलाफ न तो पुलिस और न ही मोटर वाहन विभाग द्वारा कोई कार्रवाई की जाती है. इस तरह के बाइकरों के खिलाफ सिलीगुड़ी के बुद्धिजीवियों ने मोरचा खोल दिया है. सिलीगुड़ी के कई चिकित्सक तथा प्रोफेसर मंगलवार को प्रोफेसर अजीत राय के नेतृत्व में सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा से मिले और उन्हें एक ज्ञापन दिया. इस प्रतिनिधिमंडल में डॉ पार्थ पान, डॉ सोधवे, प्रोफेसर सास्वती विश्वास, तापस मजूमदार आदि भी शामिल थे. प्रोफेसर अजीत राय ने बताया है कि उन्होंने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन देकर उदंड बाइकरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. श्री राय ने कहा कि पुलिस आम तौर पर हिलकार्ट रोड, सेवक रोड तथा विधान रोड जैसी प्रमुख रास्तों पर ही ट्रैफिक पर निगरानी रखती है.
जबकि शहर के अन्य रिहायशी इलाकों में ट्रैफिक पुलिस की कोई व्यवस्था नहीं है. तेज रफ्तार वाले बाइकर यहीं पर तांडव मचाते हैं. उन्होंने पुलिस प्रशासन से रिहायशी इलाकों में ऐसे बाइकरों पर नजर रखने के लिए पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की. उन्होंने आगे कहा कि रिहायशी इलाके में विभिन्न चौक-चौराहों पर सीसी टीवी कैमरे लगाये जाने चाहिए, जिससे कि उदंड बाइकरों पर निगरानी रखी जा सके. श्री राय ने आगे कहा कि शहर में ई-रिक्शा टोटो के बढ़ते तादाद से भी ट्रैफिक समस्या बढ़ रही है.
प्रमुख मार्गों पर टोटो की आवाजाही पर रोक होने से रिहायशी इलाकों में उनकी तादाद लगातार बढ़ रही है. रिहायशी इलाकों के प्रमुख सड़कों पर दोनों ओर टोटो की लंबी लाइनें लगी रहती हैं. सड़क पर कब्जा कर लिये जाने की वजह से भी आये दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं. उन्होंने टोटो को भी नियंत्रित करने की मांग की.