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डुआर्स से तस्करी कर ले जायी गयी दूसरी लड़की भी बरामद

सिलीगुड़ी. छह मई को सिलीगुड़ी जंक्शन रेलवे स्टेशन से मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार विनोद होरो ने पुलिस के दबाव में लापता लड़की को बरामद करवा दिया है. उसे दिल्ली से सिलीगुड़ी ले आया गया है. मंगलवार को उसे चाइल्ड इन नीड इंस्टीच्यूट (सिनी) के पास पहुंचाया गया. सिनी ने उस नाबालिग लड़की को […]

सिलीगुड़ी. छह मई को सिलीगुड़ी जंक्शन रेलवे स्टेशन से मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार विनोद होरो ने पुलिस के दबाव में लापता लड़की को बरामद करवा दिया है. उसे दिल्ली से सिलीगुड़ी ले आया गया है. मंगलवार को उसे चाइल्ड इन नीड इंस्टीच्यूट (सिनी) के पास पहुंचाया गया. सिनी ने उस नाबालिग लड़की को प्रधान नगर थाने की पुलिस को सौंप दिया है. लड़की ने दिल्ली में उसके साथ हुए जुल्म को अब तक उजागर नहीं किया है. मानव तस्करी के इस मामले में विनोद होरी की सहयोगी सुशीला लकड़ा की तलाश की जा रही है.
डुआर्स की भोलीभाली आदिवासी लड़कियों को दिल्ली-मुम्बई जैसे महानगरों में ले जाकर देह व्यापार, बंधुआ मजदूरी जैसे दलदल में धकेला जा रहा है. कच्ची उम्र की इन लड़कियों को ऐसे दलदल में धकेल दिया जाता है जहां से बाहर निकल पाना मुश्किल होता है. बड़े शहर की चकाचौंध की बातें सुनकर गरीब परिवार की ये लड़कियां बाहर जाने को तो तैयार हो जाती हैं, लेकिन वहां पहुंच कर अक्सर मानव तस्करों के चंगुल में फंस जाती है. कुछ ऐसा ही किस्सा डुआर्स की इन दो नादान लड़कियों का है.

करीब नौ महीन पहले माल महकमा अंतर्गत वासाबाड़ी चाय बागान इलाके की दो लड़कियां घर में बिना कुछ बताये चली गयीं. इन दोनों में से एक लड़की कुछ ही दिन पहले किसी तरह अपने परिवार को संपर्क कर वापस लौट आयी. इसके बाद दूसरी के परिजनों ने उसका हाल पूछा. घर आयी लड़की ने ऐसे राज खोले कि सुननेवालों की रूह कांप गयी. घर आयी लड़की से मिली जानकारी के आधार पर सिनी और प्रशासन ने एक जाल बिछाया. और तस्कर गिरोह के सामने दाना डाला. तस्कर गिरोह का एक सदस्य विनोद होरो इस जाल में फंस गया. पिछले 6 मई को इसे दिल्ली से सिलीगुड़ी बुलाकर गिरफ्तार किया गया. इसकी पत्नी ने सिनी और प्रशासन को बताया कि उसका पति निर्दोष है. फिर से एक जाल बुना गया. आरोपी की पत्नी को दूसरी लड़की को सौंपने के लिये कहा गया. महिला राजी हो गयी. उसने दिल्ली से उस दूसरी लड़की को लाकर आज सिनी को सौंप दिया. सिनी ने उस महिला के साथ लड़की को प्रधान नगर थाने की पुलिस को सौंप दिया.

घर वापस आयी पहली लड़की के मुताबिक सुशीला नामक एक महिला ने उन दोनों से फोन पर संपर्क किया. और दिल्ली में काम का प्रलोभन दिया. दोनों दिल्ली जाने के लिये राजी हो गयीं. सुशीला ने इन दोनों लड़कियों को घर में कुछ भी बताने से मना किया था. दिल्ली जाने की तारीख तय हुई. तय तारीख को दोनों घर में बिना कुछ बतायें चली गयीं. सुशीला ने इन दोनों के साथ फोन पर संपर्क में थी. पहले इन्हें गाजलडोबा आने को कहा, फिर वहीं से गोसाली, फिर जलपाईगुड़ी, फिर किसी अस्पताल. सुशीला ने इन दोनों को इतना घुमाया कि अब ये दोनों स्वयं संशय में हैं कि सुशीला के साथ इनकी मुलाकात कहां हुई. सुशीला के साथ एक और लड़की थी.

इसके बाद इन्हें ट्रेन से दिल्ली ले जाया गया. कार्यालय की तरह दिखने वाले एक मकान में इन्हें एक रात रखा गया. वहां दो कमरे थे. एक में पहले से कुछ लड़के थे और दूसरे में कुछ लड़कियां. अगली सुबह इन दोनों लड़कियों को अगल-अलग स्थानों पर काम के लिये ले जाया गया. एक को पहले देह व्यापार के धंधे में धकेलने की कोशिश की गयी. लेकिन उसने यह काम करने से साफ इनकार कर दिया. फिर उसे बंधुआ मजदूर के तौर पर हरिद्वार के किसी अमीरजादे के घर में चालीस हजार रुपये के एवज में एक वर्ष के लिये बेच दिया गया.

जहां उसके साथ गलत हरकतें हुईं. लड़की ने बताया कि मालिक बार-बार उसके साथ जोर-जबरदस्ती की कोशिश करता था. पत्नी के काम पर चले जाने के बाद उसे घर में अकेला पाकर उसके साथ गंदी हरकतें किया करता था. विरोध करने पर उसकी पिटाई होती थी. उसने मकान मालिकन को सारी बात बतायी. मालकिन भी अपने पति का पक्ष लेकर उसे बदचलन कहती थी. इसके बाद एक दिन कुत्ते को बाहर सैर पर ले जाने के बहाने घर से बाहर निकली. पड़ोस में रहने वाली एक महिला से सहायता मांगी. उसके मोबाइल से लड़की ने अपने भाइयों से फोन पर संपर्क किया. नंबर ट्रेकिंग के जरिए पुलिस उसे बरामद कर ले आयी.


दूसरी लड़की ने बताया कि उसे दिल्ली के सेक्टर 13 को रोहिणी कुंज इलाके के एक घर में बच्चा संभालने के काम में लगाया गया था. वह काफी सहमी हुई है, इसलिए उससे अधिक बात नहीं हो पायी. प्रधान नगर थाने की पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दोनों लड़कियों के साथ विनोद की पत्नी से अभी पूछताछ जारी है. विनोदी की पत्नी ने ही दूसरी लड़की को बरामद कराया है. पूछताछ से मिले सुरागों के आधार पर पुलिस आगे की कार्यवाही करेगी. इधर, छह मई को गिरफ्तार विनोद होरो जेल में बंद है.

सिनी के उत्तर बंगाल संयोजक शेखर साहा ने बताया कि डुआर्स की कई लड़कियां इन तस्करों के चंगुल में फंसी हुई हैं. चाय बागान व गरीब इलाके इन तस्करों के टारगेट जोन होते हैं. वे भोलीभाली लड़कियों को अपने जाल में फसाते हैं. इस इलाके की लड़कियां बड़े शहरों में जाकर मूकबधिर जैसी हो जाती है. ना तो ये वहां की भाषा समझती है और ना ही वहां के लोग इनकी. ऐसे में इनका निकलना भी काफी मुश्किल हो जाता है. श्री साहा ने कहा कि हम थोड़ी जागरूकता दिखायें तो इन तस्करों पर नकेल कसी जा सकती है.

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