सिलीगुड़ी. तृणमूल कांग्रेस (तृकां) के दिवंगत दबंग नेता विजन नंदी उर्फ जॉन के न रहने के बावजूद न्यू जलपाईगुड़ी (एनजेपी) इलाके में पार्टी का सिंडिकेट राज कायम है. हफ्ता वसूली, ट्रेनों से अवैध सामानों की तस्करी, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी) डिपो से तेल तस्करी से लेकर नदी-घाटों से मिट्टी-बालू-पत्थरों की अवैध बिक्री का तृकां के […]
सिलीगुड़ी. तृणमूल कांग्रेस (तृकां) के दिवंगत दबंग नेता विजन नंदी उर्फ जॉन के न रहने के बावजूद न्यू जलपाईगुड़ी (एनजेपी) इलाके में पार्टी का सिंडिकेट राज कायम है. हफ्ता वसूली, ट्रेनों से अवैध सामानों की तस्करी, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी) डिपो से तेल तस्करी से लेकर नदी-घाटों से मिट्टी-बालू-पत्थरों की अवैध बिक्री का तृकां के दबंग नेताओं द्वारा चलाया जा रहा सिंडिकेट धड़ल्ले से चल रहा है.
इन दिनों छठ घाट के विकास व सौंदर्यीकरण के नाम पर एनजेपी के अंबिका नगर इलाके में तृकां के सिंडिकेट द्वारा मिट्टी की अवैध रूप से बिक्री की जा रही है. इस सिंडिकेट को चलाने का आरोप तृकां के पंचायत सदस्य धीरेश राय पर लगा है. वह 19/77 पाट के पंचायत सदस्य हैं.
इलाकावासियों का कहना है कि उत्तर बंगाल विकास मंत्रालय (एनबीडीडी) के फंड से छठ घाट के विकास व सौंदर्यकरण का काम इस विधानसभा चुनाव से पहले शुरू हुआ था. चुनाव की तारीख का एलान होने के बाद काम रोक दिया गया था. अभी दो-तीन दिनों पहले ही छठ घाट पर मिट्टी काटने का काम शुरू हुआ है. काटे गये मिट्टी को आम लोगों की सुविधा हेतु सरकारी व सार्वजनिक जमीनों को उंचा करने व गड्ढे भरने के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए, न कि अवैध तरीके से बेचा जाना चाहिए. एक इलाकावासी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर प्रभात खबर को बताया कि छठ घाट की मिट्टी को बेचने का अवैध धंधा तृकां के पंचायत सदस्य धीरेश राय के निर्देश पर ही चल रहा है और इस अवैध धंधे को बेखौफ चलाने के लिए श्री राय को पार्टी के कई कद्दावर नेताओं व जनप्रतिनिधियों का वरदहस्त प्राप्त है.
तृकां के इस सिंडिकेट ने मिट्टी की कीमत आठ सौ रुपये प्रति ट्रक रखी है जिसे इलाकावासी अपने घरों के इस्तेमाल में तो बालू-पत्थर-ईंटा के कारोबारी धड़ल्ले से खरीद रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस इलाके के तृकां के एक नेता अशोक विश्वास उर्फ मास्टरजी भी छठ घाट की कई ट्रक मिट्टी अपने घर ले गये हैं. मास्टरजी का घर में न होने के कारण उनसे मुलाकात नहीं हो सकी, उनकी पत्नी रीता विश्वास ने मिट्टी खरीदने की बात स्वीकार की है. हालांकि उन्हें यह जानकारी नहीं है कि उनके पति ने यह मिट्टी कितनी रकम दे कर खरीदी है. लेकिन वह यह कबूल कर रही है कि घर का आंगन उंचा करने के लिए छह-सात ट्रक मिट्टी खरीदी गयी है. उन्होंने यह भी बताया कि उनके पति तृकां के नेता हैं.
पंचायत सदस्य ने आरोपों को किया खारिज
तृकां के पंचायत सदस्य धीरेश राय ने अपने ऊपर लगाये गये आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह उन्हें बदनाम करने की विरोधियों की साजिश है. उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव की पहल पर एनबीडीडी के फंड से इस छठ घाट का विकास और सौंदर्यकरण का काम किया जा रहा है. यह विकास परियोजना एक धार्मिक आस्था से जुड़ा है. अभी छठ घाट पर मिट्टी काटने का काम हो रहा है और उन मिट्टी का इस्तेमाल सरकारी व सार्वजनिक जगहों मंदिर, स्कूल, सड़क व अन्य जगहों की जमीनों को ऊंचा करने व गड्ढा भरने के लिए किया जा रहा है. विरोधी तृकां की बढ़ती साख को देख बौखला गये हैं और मुझे व पार्टी को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं.