दूसरी ओर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बांग्लादेश के कुछ आतंकी संगठन इस तरह के बम के इस्तेमाल करते हैं. बम विस्फोट जिस स्थान पर हुआ है, बांग्लादेश की सीमा वहां से मात्र आठ किलोमीटर की दूरी पर है. अंदेशा लगाया जा रहा है कि बम बनाने का सामान बांग्लादेश से ही भेजा जा रहा है.
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जौनपुर बम विस्फोट कांड : एनआइए की टीम ने शुरू की जांच
मालदा. वैष्णवनगर के जौनपुर बम विस्फोट कांड की जांच नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी(एनआईए) की टीम ने शुरू कर दी है. बुधवार को इस टीम के सदस्यों ने वीडियो फूटेज, विस्फोटक का नमूना आदि का संग्रह किया . हांलाकि जांच को लेकर एनआईए के अधिकारियों ने मुंह नहीं खोला है. इधर भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती इलाका वैष्णवनगर के बदमाशों […]
मालदा. वैष्णवनगर के जौनपुर बम विस्फोट कांड की जांच नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी(एनआईए) की टीम ने शुरू कर दी है. बुधवार को इस टीम के सदस्यों ने वीडियो फूटेज, विस्फोटक का नमूना आदि का संग्रह किया . हांलाकि जांच को लेकर एनआईए के अधिकारियों ने मुंह नहीं खोला है.
इधर भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती इलाका वैष्णवनगर के बदमाशों ने प्लास्टिक बम का एक नया आविष्कार किया है. इसी प्रकार के बम में विस्फोट से दो सीआईडी अधिकारियों की मौत हो गयी थी,जबकि एक अन्य सीआईडी कर्मचारी कोलकाता के अस्पताल में इलाजरत है. उसकी हालत भी काफी नाजुक बतायी जा रही है. मालदा से पहले इस तरह का बम कहीं और बरामद नहीं हुआ है. जिला पुलिस अधीक्षक ने ही इस प्रकार के बम को प्लास्टिक बम का नाम दिया है.
इधर, जिला पुलिस के खुफिया विभाग के अनुसार बांग्लादेश में इस तरह का बम कॉकटेल बम के नाम से परिचित है. घटनास्थल का मुआयना कर सीआईडी के एडीजी रामफल पवार ने बताया कि घटना की जांच काफी तेज गति के साथ की जा रही है.
सवाल यह उठ रहा है कि बांग्लादेश में बनने वाला बम सीमा पार भारत कैसे पहुंच रहा है. यहां तक बम बनाने का सारा सामान में उपलब्ध कराया जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार क्रिकेट बॉल की तरह दिखने वाले प्लास्टिक के बॉल में विभिन्न प्रकार के रासायन को भर कर विनाशकारी बम बनाया जाता है. अन्य बमों के मुकाबले इसे बनाने में काफी कम खर्च आता है. इसी वजह से बदमाश इस तरह के बम का प्रयोग कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि रविवार की रात वैष्णवनगर थाना अंतर्गत जौनपुर गांव में एक बम विस्फोट में दो सीआईडी अधिकारियों ने अपने प्राण गवां दिये थे. इससे पहले उसी स्थान पर शनिवार की रात भी बम विस्फोट हुआ था. जिसमें एक तृणमूल पंचायत सदस्य सहित चार लोगों की मौत हो गयी थी एवं तीन लोग बुरी तरह से जख्मी हुए थे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेसियों पर हमला करने के उद्देश्य से तृणमूल पंचायत सदस्य बम तैयार कर रहे थे. घटना में मृत तृणमूल पंचायत सदस्य के भतीजे ने भी इस बात को स्वीकार किया है. इस बम विस्फोट कांड में जिला पुलिस पर कई सारे सवाल खड़े हो गये हैं. आरोप है कि बिना किसी यंत्र के सीआईडी के बम स्कॉवड की टीम को बम निष्क्रिय करने के लिये भेज दिया गया था. घटना की जांच एनआईए द्वारा करायी जा रही है. जांच पर सीआईडी के एडीजी स्वयं निगरानी कर रहे हैं.
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