आसनसोल : शहर के व्यवसायी कृष्णोंदु गोराई (कानू) हत्याकांड की जांच में जुटी पुलिस, खुफिया पुलिस तथा अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) के अधिकारियों ने पहली बार मृतक के पुत्र पप्पू गोराई तथा उनके मैनेजर से लंबी पूछताछ की.
इसका मूल मकसद हत्या के कारणों का सुराग पाना था,लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी. इधर व्यवसायियों में असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है. उनका कहना है कि जांच के नाम पर मामले को ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश हो रही है.
रविवार को सीआइडी के तीन अधिकारियों के साथ सर्किल इंस्पेक्टर आलोक मित्र, आसनसोल दक्षिण थाना के संजय चक्रवर्ती, आसनसोल दक्षिण फांड़ी प्रभारी सोमेन बनर्जी, खुफिया विभाग के सब इंस्पेक्टर गौतम तालुकदार आदि ने हॉटन रोड स्थित घटनास्थल की जांच पड़ताल की. उनके साथ आसनसोल जिला अस्पताल के मेडिकोलिगल डॉ एसएन बनर्जी भी थे.
घटनास्थल पर व्यवसायी को गोली किस हालत में और कैसे लगी, इसका अनुमान लगाया गया. विभिन्न कोणों से हत्यारों की बॉडी लैंग्वेज का पता लगाने की कोशिश की गयी. इसके बाद सभी अधिकारी स्व. गोराई के घर गये तथा उनके पुत्र पप्पू गोराई तथा उनके मैनेजर से लंबी पूछताछ की. इस दौरान संभावित दुश्मनों, जमीन से जुड़े विवाद, व्यवसायिक विवाद व संपत्ति विवाद के बारे में पूछताछ की गयी.
लेकिन पप्पू ने खुद को इन सबसे अनभिज्ञ बताया. उन्होंने कहा कि उनके पिता का किसी से कोई विवाद नहीं था. उनकी जानकारी में किसी भी व्यक्ति से इतना विवाद नहीं हुआ था कि उनकी हत्या करा दी जाये. उनका कहना था कि वे खुद ही नहीं समझ पा रहे हैं कि किन कारणों से उनकी हत्या की गयी.
जांच टीम ने हॉटन रोड स्थित मसजिद के पास स्थित दुकानदारों से भी पूछताछ की. कानू गोराई के आवास के आस-पास उपस्थित नागरिकों से पूछताछ हुई. पुलिस ने मसजिद के पास लगे सीसीटीवी व एक्सिस बैंक के एटीएम में लगे सीसीटीवी से भी फुटेज संग्रह किय. पुलिस सूत्रों के मुताबिक आसनसोल सर्किल इंस्पेक्टर आलोक मित्र के नेतत्व में इस हत्याकांड की जांच कमेटी बनी है.
किशानु गोराई (पप्पू) ने बताया कि उनके पिता की हत्या किन वजहों से हुई है. इस पर अभी भी धुंध बना हुआ है. कुछ भी तथ्य सामने नहीं आ रहा है. पुलिस द्वारा जांच प्रक्रिया जारी है.
आसनसोल के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) सुरेश कुमार चदिवे ने बताया कि व्यवसायी हत्याकांड की जांच पूरी बारिकी से की जा रही है. फिलहाल कोई बात सामने नहीं आयी है कि जिससे पता चले कि हत्या का स्पष्ट कारण क्या था.