सिलीगुड़ी. गांधी जयंती, अांबेडकर जयंती आदि महापुरुषों के जयंती के तर्ज पर 14 फरवरी को महर्षि पंचानन जयंती की तिथि घोषित करने की मांग उत्तर बंगाल के राजवंशी समुदाय के लोगों ने की है.
ठाकुर पंचानन वर्मा स्मारक समिति की ओर से इस मांग के संबंध में एक प्रस्ताव भी राज्य सरकार को भेजा गया है. यह मांग संगठन के सचिव चितरंजन वर्मन ने की है. वह सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि महर्षि पंचानन वर्मा को जो सम्मान मिलना चाहिए था, वह अब तक नहीं मिला है. न के केवल आम लोगों ने, बल्कि राज्य सरकारों ने भी उनकी उपेक्षा की. उन्होंने आगे कहा कि पहले फागुन को महर्षि पंचानन वर्मा की जन्म तिथि है. आम तौर पर पहला फाल्गुन 14 फरवरी को होता है. इसीलिए राज्य सरकार को 14 फरवरी को ठाकुर पंचानन वर्मा जयंती मनाने की घोषणा करनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि अंग्रेजों के जमाने में राय साहब ठाकुर पंचानन वर्मा को याद किया जाता था. उनके निधन पर तत्कालीन बंगाल लेजिसलेटिव काउंसिल ने भी एक प्रस्ताव पारित किया था.
राजवंशी समुदाय के प्रति ठाकुर पंचानन वर्मा के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. इसके साथ ही ठाकुर पंचानन वर्मा स्मारक समिति की ओर से स्मारिका पुस्तक का विमोचन भी किया गया. श्री वर्मन ने आगे कहा कि आने वाले दिनों में ठाकुर पंचानन वर्मा की याद में कई कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. पश्चिम बंगाल के अलावा अन्य राज्यों में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है.