सिलीगुड़ी. उत्तर बंग विश्वविद्यालय में रैगिंग मामले को लेकर तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) द्वारा किये जा रहे कक्षा बहिष्कार व पठन-पाठन ठप होने की बात सुनकर शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी भड़क उठे. उन्होंने टीएमसीपी नेताओं को हड़ताल वापस लेने की चेतावनी देते हुए कहा कि शिक्षा के मंदिर में किसी भी तरह का अनैतिक कार्य बरदाश्त नहीं किया जायेगा, आरोपी चाहे किसी भी छात्र संगठन के समर्थक क्यों न हों. मंत्री की इस चेतावनी के बाद छात्र हड़ताल समाप्त हो गयी है.
रैगिंग के मुद्दे को लेकर श्री चटर्जी से मुलाकात करने गये विश्वविद्यालय के टीएमसीपी नेताओं को मंत्री ने साफ-साफ कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षा को लेकर राजनीति नहीं चलेगी. उन्होंने विश्वविद्यालय में छात्र हड़ताल वापस लेने के लिए छात्र नेताओं को चेतावनी दी. विदित हो कि शिक्षा मंत्री के कोलकाता वापस लौटने से पहले टीएमसीपी नेताओं ने सिलीगुड़ी में श्री चटर्जी से आंदोलनकारी छात्रों के समर्थन को लेकर मुलाकात की थी.
विश्वविद्यालय की छात्र संसद के अध्यक्ष निर्मल साहा का कहना है कि आंदोलनकारी छात्रों को शिक्षा मंत्री का निर्देश बता दिया गया और उन्हें समझा-बुझा कर आंदोलन हटा लेने को कह दिया गया है. आंदोलनकारी छात्रों ने हड़ताल वापस ले लिया और विश्वविद्यालय में पठन-पाठन वापस शुरू हो गया. श्री साहा ने कहा कि छात्रों के अधिकार के तहत आंदोलनकारी छात्र मामले की निष्पक्ष जांच हेतु चांसलर (राज्यपाल) से गुहार लगायेंगे.
दूसरी ओर, रैगिंग कांड मामले में आरोपी 26 छात्रों को विश्वविद्यालय प्रबंधन ने एंटी रैगिंग कमेटी की सिफारिश पर 24 घंटे के अंदर हॉस्टल खाली करने एवं विश्वविद्यालय कैम्पस से बाहर होने के निर्देश दिये जाने के बावजूद कुछेक छात्र अभी भी होस्टल में मौजूद हैं. नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर आवासीय छात्रों ने बताया कि आरोपी छात्रों को 24 घंटे के अंदर हॉस्टल छोड़ने का नोटिस गुरुवार की रात को 10 बजे ही लगा दिया गया था. लेकिन कुछेक आरोपी छात्र अब भी होस्टल में ही रह रहे हैं. छात्रों का कहना है कि इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन को और शतर्क होने की जरूरत है. एंटी रैगिंग कमेटी के संयोजक डॉ एलके पाधी ने कहा कि एक भी आरोपी छात्र हॉस्टल में नहीं हैं. लेकिन टीएमसीपी नेता निर्मल साहा ने कुछेक आरोपी छात्रों के हॉस्टल में रहने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि अधिकांश आरोपी छात्र हॉस्टल खाली कर चुके हैं. कुछेक छात्र जो हैं उन्हें प्रबंधन ही मानवता के आधार पर रहने दे रहा है. लेकिन इन छात्रों ने सोमवार तक हॉस्टल खाली करने की बात कही है.