सिलीगुड़ी. पंद्रह सूत्री मांगो को लेकर बंगाल प्लेटफॉर्म ऑफ मास ऑर्गानाइजेशन (बीपीएमओ) का सम्मेलन सिलीगुड़ी के मित्र सम्मिलनी हॉल में 20 नवंबर को आयोजित होगा. उसके बाद बीपीएमओ की मांगो से आमलोगों को अवगत कराने के लिए संगठन की ओर से पदयात्रा शुरू की जायेगी.
इसके अलावा ज्वाइंट फोरम की ओर से 26 नवंबर से चाय बगानो की बदहाल अवस्था को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया जायेगा़ एक दिसंबर को समस्त चाय उद्योग में हड़ताल का भी ऐलान किया गया है़ यह जानकारी वाममोरचा समर्थित सीटू श्रमिक संगठन के सचिव व बीपीएमओ के संयोजक समन पाठक ने दी. वह यहां संवादाताओं से बातचीत कर रहे थे़ उन्होंने कहा कि बंगाल प्लेटफॉर्म ऑफ मास ऑर्गनाइजेशन का गठन करीब देढ़ महीने पहले हुआ है. बीपीएमओ के संयोजक समन पाठक ने आगे बताया कि वर्तमान सरकार के शासनकाल में चाय बगान की हालत काफी बिगड़ चुकी है. युवाओं के हाथ में कोई काम नहीं है, टेट के नाम पर सरकार युवायों को धोखा दे रही है.
राज्य के नागरिकों को बिना बताये राज्य सरकार की ओर से बिजली की कीमत बढ़ा दी गई है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी संविधान नहीं मानती है़ उन्होंने लोकतांत्रिक व्यवस्था का मजाक बना दिया है़ महिलाओं पर अत्याचार के मामले में बंगाल शीर्ष पर है. श्री पाठक ने आगे कहा कि, इसके विरूद्ध बीपीएमओ की तरफ से आंदोलन का निर्णय लिया गया है.
युवाओं को रोजगार, राज्य में हस्तशिल्प का विकास, चिटफंड कंपनी के मालिकों व चिटफंड से जुड़े नेताओं एवं मंत्रियों की अविलंब गिरफ्तारी, विद्युत की दरों में कटौती, समुचित शिक्षा व्यवस्था आदि पंद्रह सूत्री मांगो को लेकर बीपीएमओ के सद्स्य 23 नवंबर से पदयात्रा करेंगे़ इस दौरान आमलोगों की राज्य सरकार की नाकामयाबी की जानकारी लोगों को दी जायेगी. श्री पाठक ने बताया कि राज्य सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों की वजह से राज्य का एक बड़ा व महत्वपूर्ण चाय उद्योग की स्थिति अब नाजुक हो गयी है. चाय श्रमिकों की मांगों को लेकर ज्वाइंट फोरम की ओर से बगान में विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम शुरू किया जायेगा एवं पहली दिसंबर को समस्त चाय उद्योग में हड़ताल का आह्वान किया गया है.