सिलीगुड़ी महकमा परिषद चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार अपने पूरे उफान पर है. सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. माकपा नेता तथा सिलीगुड़ी के मेयर अशोक भट्टाचार्य चुनाव प्रचार में वाम मोरचा की अगुवाई कर रहे हैं. वाम मोरचा की ओर से जितनी भी चुनावी जनसभाएं की जा रही है उसमें बढ़-चढ़कर एसजेडीए घोटाला मुद्दे को उठाया जा रहा है. कमोवेश ऐसी ही स्थिति भाजपा की भी है. भाजपा भी अपने चुनाव प्रचार में एसजेडीए घोटाले को जोर-शोर से उठा रही है. यहां उल्लेखनीय है कि कुछ महीने पहले संपन्न सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव के दौरान भी वाम मोरचा ने करीब 200 करोड़ रुपये के कथित एसजेडीए घोटाले को बढ़-चढ़कर उठाया था और चुनाव परिणाम के बाद यह साबित हो गया कि इस मुद्दे से वाम मोरचा को चुनावी लाभ हुआ है. सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव में वाम मोरचा की जीत हुई और निगम पर बोर्ड गठन करने में सफलता मिली.
अशोक भट्टाचार्य इसी वाम बोर्ड के मेयर हैं. स्वाभाविक तौर इसी प्रकार का लाभ वाम मोरचा की ओर से सिलीगुड़ी महकमा परिषद चुनाव में उठाने की कोशिश की जा रही है. वाम मोरचा तथा भाजपा के इस कदम से तृणमूल कांग्रेस की नींद उड़ी हुई है. तृणमूल कांग्रेस ने भी आक्रामक रूख अख्तियार कर लिया है. तृणमूल कांग्रेस के नेता तथा पंचायत एवं सिंचाई मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा है कि विपक्ष अकारण ही एसजेडीए घोटाले को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहा है. वास्तविकता यह है कि सिलीगुड़ी महकमा परिषद चुनाव में एसजेडीए घोटाला कोई मुद्दा ही नहीं है.
वह यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि एसजेडीए घोटाले को लेकर एफआईआर दर्ज करायी गयी है और सीआईडी इस पूरे मामले की जांच कर रही है. यह पूरा मामला अभी कोर्ट के विचाराधीन है और कानूनी प्रक्रिया चल रही है. सीआईडी जांच के दौरान जो लोग भी इस घोटाले के दोषी पाये जायेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. बाद में श्री मुखर्जी चुनाव प्रचार के लिए खोरीबाड़ी रवाना हो गये. वह यहां विभिन्न इलाकों में तृणमूल उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे.