उल्लेखनीय है कि इस कारखाने में श्रमिकों की विभिन्न मांगों व कारखाने के दो मैनेजर के तबादले की मांग में समर्थन में तृणमूल का यूनियन आइएनटीटीयूसी की ओर से आंदोलन चलाया जा रहा था. आज कारखाने बंद कर दिये जाने से करीब 150 श्रमिक बेरोजगार हो गये. मिली जानकारी के अनुसार, इस खाद कारखाने में सूजन दास व स्वपन झा नामक दो मैनेजर को नियुक्त किये जाने के बाद ही तृणमूल के श्रमिक संगठन के समर्थक नाराज हो गये थे.
तृणमूल के श्रमिक नेता मोहम्मद सामसुद्दीन ने बताया कि इन दो लोगों में एक को वे मैनेजर के रूप में स्वीकार नहीं कर पायेंगे. उनके तबादले की मांग में आंदोलन चलाया जा रहा था. उन्होंने बताया कि उक्त दो मैनेजरों में एक मैनेजर वर्ष 2006 में आम श्रमिक था. श्रमिक नेता के तौर पर उसने आंदोलन किया था. वह मालिक का गुलामी कर आज मैनेजर बन गया है. इस तरह के आदमी के साथ श्रमिक काम नहीं करेंगे. राजगंज ब्लॉक के आइएनटीटीयूसी नेता तपन दे ने बताया कि मालिक प्रबंधन के फैसले के खिलाफ हमारा आंदोलन था. मालिक प्रबंधन कारखाने में सस्पेंशन ऑफ वर्क नोटिस लटका देंगे, ऐसा नहीं सोचा था. उन्होंने इस सिलसिले में कल जलपाईगुड़ी की जिला शासक, उप श्रम अधिकारी के पास जाने की जानकारी दी. इधर, राजगंज के बीडीओ नरबू शेरिंग शेरपा ने मामले की जांच का आश्वासन दिया.