इस दौरान कई लोग घायल हो गये. पुलिस ने घटनास्थल से 11 व्यक्तियों को हिरासत में लिया है. दो रिवाल्वर समेत 15 जिंदा बम बरामद किये गये हैं. घटना की सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (इस्ट) अमिताभ माइती, सहायक पुलिस आयुक्त (इस्ट) सुब्रत दे आदि घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस कैंप की अस्थायी तैनाती की गयी है. कोलियरी सूत्रों ने बताया कि संघर्ष कोलियरी से कोयले के उठाव को लेकर है. कोलियरी से कृष्णा गुप्ता को 11 सौ टन तथा बनारसी अग्रवाल को नौ सौ टन कोयले का डीओ मिला है.
दोनों ही तृणमूल से जुड़े हैं तथा कोयले का उठाव पहले करना चाहते हैं. श्री अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने पार्टी के नेता की अनुमति से अपना कोयला उठाने के लिए ट्रकों को डीपो में भेजा था. वहां से सूचना मिली कि कांटा मशीन खराब होने के कारण कोयले की लदाई नहीं होगी. इसके बाद उनके ट्रक वापस आ रहे थे कि कृष्णा गुप्ता, धनेश्वर तिवारी, उत्तम सिंह आदि समर्थकों के साथ आ गये तथा बमबारी शुरू कर दी. इसके बाद वे लौट आये. उनका आरोप है कि इसके पहले भी श्री गुप्ता ने उन्हें कोयला लोडिंग करने से रोक दिया था. वह कोलियरी में वर्चस्व कायम करना चाहता है ताकि सारा कोयला वहीं उठाये. यदि उन्हें कोयला उठाने का मौका नहीं मिला तो उन्हें काफी घाटा होगा.