सिलीगुड़ी. पंचायत चुनाव में हो रही देरी के मुद्दे पर राज्य सरकार के खिलाफ आज माकपाई ‘लाल’ हो उठे. नक्सलबाड़ी जोनल कमेटी के बैनर तले अपर बागडोगरा से 15 किमी की लंबी पदयात्रा कर माकपाइयों ने सरकार के विरुद्ध मोरचा खोला. करीब 11 बजे शुरु हुई यह पदयात्र दोपहर 2.10बजे सिलीगुड़ी कोर्ट में पहुंची उसके यह विरोध प्रदर्शन में तब्दील हो गया.
यह पदयात्र जब हिलकार्ट रोड स्थित जिला पार्टी मुख्यालय अनिल विश्वास भवन के सामने से गुजरी तब वरिष्ठ नेता अशोक भट्टाचार्य, जीवेश सरकार, समन पाठक, युवा नेता शंकर घोष, सौरभ दास, सौरभ सरकार समेत वाम मोरचा के सभी घटक दलो के नेता भी इस यात्र में शामिल हो गये और प्रदर्शनकारियों में और जोश भर दिया.
आज के प्रदर्शन व ज्ञापन सौंपने की पहले से ही अनुमति लिये जाने के बावजूद दफ्तर से एसडीओ के नदारद रहने पर माकपाइयों का गुस्सा फूट पड़ा और एसडीओ दफ्तर के सामने बैठकर घेराव व धरना प्रदर्शन भी किया गया. बाद में 2.35 बजे डिप्टी मजिस्ट्रेट अलोक मल्लिक दफ्तर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को शांत किया और ज्ञापन स्वीकार किया. श्री मल्लिक ने प्रदर्शनकारियों को समझाते हुए बताया कि एक जरुरी आपात मीटिंग की वजह से एसडीओ साहिबा बाहर गयी हुई हैं. इसी वजह से वह अभी अनुपस्थित है. प्रदर्शनकारियों के नेतृत्वकर्ता व माकपा क ी नक्सलबाड़ी जोनल इकाई के सचिव शीतल दत्त ने जल्द पंचायत चुनाव कराने हेतु चार-सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि पंचायत चुनाव वर्ष भर पहले ही हो जाना चाहिए था, लेकिन राज्य सरकार जानबूझ कर चुनाव नहीं करा रही.
सरकार चुनाव कराने से इसलिए डर रही है कि अभी चुनाव कराने से कहीं तृणमूल कांग्रेस चारों खाने चित्त न पड़ जाये. तृणमूल सरकार की इस ओछी राजनीति का खामियाजा साधारण जनता भोग रही है. पंचायत क्षेत्र के विकास की रफ्तार में पूरी तरह ब्रेक लग गया है. ग्रामीणों की हालत बद से बदतर होती जा रही है. पंचायत में जनप्रतिनिधि न होने से नागरिक परिसेवा व सरकारी सुविधाएं पूरी तरह ठप हैं. पंचायत कार्यालयों में नियुक्त प्रशासक अपनी मनमानी कर रहे हैं. ग्रामीणों की समस्याएं सुननेवाला कोई नहीं है. माकपाइयों ने आज ज्ञापन सौंपते हुए सरकार को धमकी भरे लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द पंचायत चुनाव की तारीख घोषित नहीं की जाती है तो सरकार वृहत्तर आंदोलन ङोलने के लिए तैयार रहे.