इस बीच, आज विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों ने सिलीगुड़ी कोर्ट जाकर चुनाव अधिकारी के समक्ष अपना नामांकन दाखिल किया. वाम मोरचा, तृणमूल कांग्रेस, भाजपा तथा कांग्रेस के कई उम्मीदवार आज सिलीगुड़ी कोर्ट पहुंचे और सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव हेतु नामांकन का परचा दाखिल किया. इस नामांकन को लेकर उम्मीदवारों के साथ-साथ तमाम राजनीतिक दलों एवं उनके समर्थकों में जोश का माहौल बना हुआ है. तरह-तरह के वेषभूषा में नेता एवं उनके समर्थक नामांकन करने पहुंचे. शहर के सभी रास्तों में जैसे आज राजनीतिक दलों के नेताओं में जुलूस निकालने की होड़ मची हुई थी.
वाम मोरचा के सभी 47 वार्डो के उम्मीदवारों में आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया. वाम मोरचा के सभी 47 वार्डो के उम्मीदवार जुलूस की शक्ल में गाजे-बाजे के साथ हिलकार्ट रोड स्थित माकपा कार्यालय अनिल विश्वास भवन पहुंचे. पहली बार किसी राजनीतिक दल ने चुनाव जीतने से पहले ही अपने उम्मीदवारों को शपथ दिला दी. वाम मोरचा के सभी उम्मीदवारों ने चुनाव जीतने के बाद भ्रष्टाचार से दूर रहकर आम लोगों के हित में कड़ी मेहनत के साथ काम करने एवं जनता के सुख-दुख में भागीदार बनने का शपथ लिया. वाम मोरचा के संयोजक तथा पूर्व मंत्री अशोक भट्टाचार्य ने उम्मीदवारों को यह शपथ दिलायी. इसके बाद सभी उम्मीदवार जूलूस के रूप में सिलीगुड़ी कोर्ट की ओर रवाना हो गये. इस मौके पर भारी संख्या में वाम मोरचा के समर्थक उपस्थित थे. इन लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की. दूसरी तरफ हर ओर से उम्मीदवारों द्वारा जुलूस निकाले जाने के कारण सिलीगुड़ी में यातायात व्यवस्था पर इसका भारी असर पड़ा. सिलीगुड़ी के प्रमुख सड़क हिलकार्ट रोड पर दिन भर जाम की स्थिति बनी रही.
उन्होंने सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव में जीत का दावा करते हुए कहा कि पिछले कांग्रेस तथा तृणमूल कांग्रेस बोर्ड के काम-काज को देखकर सिलीगुड़ी के लोग काफी हताश हैं. इन दोनों पार्टियों ने अपने कार्यकाल में सिलीगुड़ी का कोई विकास नहीं किया. तमाम नेता भ्रष्टाचार में डूबे हुए थे. सिलीगुड़ी के लोगों ने परिवर्तन के कार्यकाल को देख लिया है. समर्थकों की भारी भीड़ से उत्साहित श्री भट्टाचार्य ने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव में वाम मोरचा की जीत होगी और वाम मोरचा एक बार फिर से नगर निगम बोर्ड बनाने में कामयाब होगी. दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष तथा उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव ने अशोक भट्टाचार्य के दावों को खारिज कर दिया.
उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम के बोर्ड में तृणमूल कांग्रेस का कब्जा नहीं था. कांग्रेस के अधीन नगर निगम का बोर्ड गठन हुआ और मेयर गंगोत्री दत्ता कांग्रेस की ओर से थी. कुछ ही दिनों तक वह लोग कांग्रेस के बोर्ड में शामिल हुए थे. बाद में वह लोग बोर्ड से अलग हो गये. ऐसे में कांग्रेस बोर्ड की विफलता का आरोप तृणमूल पर लगाना सही नहीं है. श्री देव ने सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव में जीत का दावा करते हुए कहा कि इस बार के चुनाव में विरोधियों का पूरी तरह से सफाया हो जायेगा. राज्य में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में जिस तरह से विकास के काम हो रहे हैं उसको देखते हुए सिलीगुड़ी के लोग तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेंगे और चुनाव में पार्टी की भारी जीत होगी. कांग्रेस नेता शंकर मालाकार ने भी जीत का दावा किया. वह भी दिन भर कोर्ट परिसर में बैठे रहे. आज जहां वाम मोरचा के सभी 47 उम्मीदवारों ने नामांकन का परचा भरा, वहीं तृणमूल कांग्रेस के 9 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया. कांग्रेस के 27 उम्मीदवार नामांकन दाखिल करने पहुंचे.