वह यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. श्री देव ने दावा करते हुए कहा कि वाम मोरचा शासनकाल में 34 वर्षो के दौरान सिलीगुड़ी का वह विकास नहीं हुआ, जो उन्होंने साढ़े तीन साल में कर दिखाया है. राज्य में परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में हर ओर विकास के काम हो रहे हैं और सिलीगुड़ी भी इससे अछूता नहीं है. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में उत्तर बंगाल विकास मंत्रालय, एसजेडीए तथा सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से विभिन्न परियोजनाओं में अब तक 99.47 करोड़ रुपये खर्च हो गये हैं. अगले कुछ दिनों में और भी 7 करोड़ रुपये की योजनाओं के काम पूरे किये जायेंगे.
उन्होंने विपक्ष खासकर भाजपा की कड़ी आलोचना की. उन्होंने भाजपा के जिला अध्यक्ष रथीन्द्र बोस के उस बयान की भी आलोचना की, जिसमें उन्होंने सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासनिक भवन को तोड़ कर नये भवन बनाने का विरोध किया था. रथीन्द्र बोस ने आरोप लगाते हुए कहा था कि मंत्री गौतम देव नगर निगम चुनाव से ठीक पहले ऐसा कर राजनैतिक लाभ लेना चाह रहे हैं. इस संबंध में श्री देव ने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासनिक भवन को तोड़ कर नये भवन बनाने की मंजूरी दो साल पहले ही दे दी गई थी. तब मेयर गंगोत्री दत्ता के नेतृत्व में कांग्रेसी बोर्ड ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की. राज्य सरकार की ओर से नये प्रशासनिक भवन के निर्माण हेतु मंजूरी देने के साथ-साथ आवश्यक धनराशि भी आवंटित कर दी गई है. कांग्रेस बोर्ड के सत्ता में रहते नये प्रशासनिक भवन का निर्माण न हो पाना मेयर गंगोत्री दत्ता की विफलता है.
श्री देव ने कहा कि किसी भी कीमत पर विकास कार्यो को नहीं रोका जा सकता. सरकार द्वारा मंजूरी मिलने के बाद नये प्रशासनिक भवन का काम शुरू नहीं करना, विकास के कार्य को रोकने के समान होगा. श्री देव ने इस महीने की 21 तारीख को दीनबंधु मंच में एक नागरिक कन्वेंशन आयोजित करने की भी जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि 21 तारीख को समाज के हर स्तर के लोगों को नागरिक कन्वेंशन में आमंत्रित किया जायेगा. वहां एक पावर प्रजेन्टेशन के द्वारा सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में हुए विकास कार्यो की आम लोगों को जानकारी दी जायेगी. उन्होंने बताया कि सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में कई सड़कों की स्थिति पहले काफी बदहाल थी. वर्तमान में सभी सड़कों की मेस्टिक पद्धति से मरम्मत करायी जा रही है. कई नयी सड़कों का निर्माण भी कराया जा रहा है. इसके अलावा शहर के सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.