सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र के अधिकांश वार्डो की स्थिति बदहाल है. सड़कें खराब हैं और नियमित रूप से कचरे की सफाई भी नहीं हो रही है. ऐसे में सिलीगुड़ी नगर निगम का ध्यान विकास कार्यो पर कम, उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम को खुश रखने पर ज्यादा है. उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव […]
सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र के अधिकांश वार्डो की स्थिति बदहाल है. सड़कें खराब हैं और नियमित रूप से कचरे की सफाई भी नहीं हो रही है. ऐसे में सिलीगुड़ी नगर निगम का ध्यान विकास कार्यो पर कम, उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम को खुश रखने पर ज्यादा है.
उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव के इशारे पर सिलीगुड़ी नगर निगम के अधिकारी काम कर रहे हैं. यह आरोप भाजपा के जिला महासचिव नंदन दास ने लगाया है. श्री दास ने बताया कि उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव सिर्फ 17 नंबर वार्ड को चकाचक करने में लगे हुए हैं, जहां वह रहते हैं. वार्ड के सभी सड़कों की मरम्मती मैस्टिक पद्धति से करायी जा रही है. इतना ही नहीं, उन्होंने अपने वार्ड के पार्क के सौंदर्यीकरण पर 50 लाख रुपये खर्च किये हैं. दूसरी तरफ सिलीगुड़ी नगर निगम के अधिकांश वार्डो की उपेक्षा की जा रही है.
श्री दास ने आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्री गौतम देव सिलीगुड़ी निगम के धन को सिर्फ अपने वार्ड को चकाचक करने के लिए खर्च कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सिलीगुड़ी नगर निगम के 47 वार्डो में से 36 वार्डो की स्थिति ऐसी है कि जहां की सड़कें पूरी तरह से टूट चुकी हैं. इन सड़कों के शीघ्र मरम्मती की आवश्यकता है. स्थानीय लोग सड़कों की मरम्मती की मांग को लेकर कई बार आंदोलन भी कर चुके हैं, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ है.
श्री दास ने कहा कि वार्ड नंबर 17 में यदि काम कराये जा रहे हैं तो इसका विरोधी नहीं हैं, लेकिन जिस तरह से पैसे पानी की तरह बहाये जा रहे हैं उतने में अन्य वार्डो के सड़कों की मरम्मती भी करायी जा सकती है. उन्होंने मंत्री गौतम देव पर सिलीगुड़ी नगर निगम के काम-काज में दखल करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम के कमिश्नर सोनम वांग्दी भुटिया मंत्री के हाथों के कठपुतली बनकर बैठे हैं. उन्होंने स्वयं कई बार विभिन्न कार्यो को कराये जाने को लेकर श्री वांग्दी से मुलाकात की, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ. एक तरफ जहां अधिकांश वार्डो की उपेक्षा की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ 17 नंबर वार्ड के विकास में अत्यधिक रुपये खर्च किये जा रहे हैं. ऐसा मंत्री गौतम देव अपने राजनीतिक हित के लिए कर रहे हैं. श्री देव उस वार्ड से काउंसिलर भी थे. श्री दास ने सिलीगुड़ी गेट के निर्माण पर भी सवाल खड़ा किया. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी के चारों दिशाओं में प्रमुख मार्गो पर चार गेट बनाये जा रहे हैं. इसके निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं. उन्होंने इस परियोजना में घोटाले का भी आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी के विभिन्न वार्डो के विकास कार्यो की उपेक्षा कर करोड़ों रुपये सिलीगुड़ी गेट बनाने के नाम पर खर्च हो रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस परियोजना के माध्यम से तृणमूल कांग्रेस के नेता अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं. श्री दास ने विभिन्न वार्डो के बदहाल सड़कों की शीघ्र मरम्मती की मांग की. उन्होंने यह भी कहा कि अधिकांश वार्डो में सिलीगुड़ी नगर निगम के नलों से पानी की बर्बादी हो रही है. 22 नंबर वार्ड जहां वह रहते हैं, वहां 10 नल ऐसे हैं जिसमें टेप की व्यवस्था नहीं है. सुबह और शाम के समय बड़े पैमाने पर पानी की बर्बादी होती है. ऐसी स्थिति अन्य वार्डो में भी है. उन्होंने सिलीगुड़ी नगर निगम से निगम के सभी नलों में टेप लगाने की मांग की, ताकि पानी की बर्बादी रोकी जा सके.
कचरे की भरमार
श्री दास ने आगे कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न वार्डो में नियमित रूप से कचरे की सफाई नहीं हो रही है. कचरा उठाने वाले वाहन मालिकों के करोड़ों रुपये सिलीगुड़ी नगर निगम पर बकाया है. इनको भुगतान नहीं किया जा रहा है. परिणाम स्वरूप कई वाहन मालिकों ने कचरों की ढुलाई बंद करवा दी है. इसकी वजह से जहां-तहां गंदगी के अंबार लगे हुए हैं. श्री दास ने कहा कि सिलीगुड़ी गेट के निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च न कर इन लोगों का भुगतान किया जाना चाहिए था.
चुनाव से डर रही है सरकार
नंदन दास ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर चुनाव से डरने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के एक पर एक नेता एवं मंत्रियों के नाम सारधा घोटाले में सामने आने के बाद राज्य में पार्टी की स्थिति खराब हो गई है. सिलीगुड़ी में भी तृणमूल कांग्रेस का जनाधार कम हो गया है. दूसरी ओर भाजपा की लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ी है. ऐसे में तृणमूल कांग्रेस तथा राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनाव में हार का डर सता रहा है. यही कारण है कि सिलीगुड़ी नगर निगम की मियाद खत्म हो जाने के बाद भी सरकार चुनाव नहीं करवा रही है. उन्होंने सिलीगुड़ी नगर निगम का चुनाव शीघ्र कराने की मांग की.