सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी हिंदी हाइस्कूल के विवाद ने अब राजनैतिक रंग लेना शुरु कर दिया है. विद्यार्थियों के दाखिले, शिक्षकों व कर्मचारियों के वेतन एवं ठप्प पठन-पाठन को लेकर स्कूल प्रबंधन कमेटी के साथ शिक्षकों, अभिभावकों व विद्यार्थियों के बीच चल रही तनातनी थमने का नाम नहीं ले रहा. इसी के मद्देनजर आज माकपा अनुमोदित युवा संगठन डीवाइएफआइ व छात्र संगठन एसएफ आइ सड़क पर उतरे और जिला स्कूल नीरिक्षक (डीआइ) के दफ्तर का घेराव कर सभी विवादों को सुलझाने का 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया.
इससे पहले डीवाइएफआइ के दार्जिलिंग जिला अध्यक्ष शंकर घोष, एसएफआइ के दार्जिलिंग जिला अध्यक्ष सौरभ दास व सचिव सौरभ सरकार के नेतृत्व में स्थानीय हिलकार्ट रोड स्थित पार्टी मुख्यालय अनिल विश्वास भवन के सामने से एक विशाल रैली निकाली गयी. रैली शहर के प्रमुख मार्गो का परिभ्रमण करते हुए सिलीगुड़ी कॉलेज इलाके में स्थित डीआइ दफ्तर पहुंचकर घेराव में तब्दील हो गया और प्रदर्शनकारी छात्र व युवा नेताओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया. साथ ही डीआइ के अनुपस्थिती में प्रदर्शनकारियों का एक प्रतीनिधि दल सहायक निरीक्षक (एआइ) एस भट्टाचार्य को हिंदी स्कूल के विभिन्न मुद्दो को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा. शंकर घोष ने तीखे लहजे में कहा कि हिंदी स्कूल के हजारों विद्ययार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
स्कूल में बार-बार हो रहे विवादों में विद्यार्थी पीसे जा रहे हैं. माध्यमिक परीक्षा के मात्र 14 दिन शेष बचे हैं लेकिन, स्कूल में माध्यमिक परीक्षा को लेकर प्रश्न चिह्न लगा हुआ है.
प्रदर्शनकारियों ने एआइ को 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर इस बीच दाखिला प्रक्रिया व अन्य समस्त विवादों को जल्द नहीं सुलझाया जाता है तो वृहतर आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा और उसके लिए पूरी तरह प्रशासन जिम्मेवार होगा. एस भट्टाचार्य ने ज्ञापन स्वीकार करते हुए डीआइ को सूचित कर जल्द उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया.