सिलीगुड़ी: माकपा के जिला सम्मेलन में जिला कमेटी का सचिव समतल क्षेत्र में रहने वाले जीवेश सरकार को बनाये जाने पर पूरी पार्टी में उफान मचा हुआ है. ऐसा पहली बार हुआ है जब दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र से जिला कमेटी का सचिव किसी को नहीं बनाया गया. इसको लेकर दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में काफी ओलाचना हो रही है.
पहाड़ के लोगों का कहना है कि माकपा में पर्वतीय क्षेत्र से सचिव बनाने की पंरपरा रही है और इसी परंपरा का निर्वाह आगे भी होना चाहिए था. माना जा रहा है कि जीवेश सरकार को सचिव बनाये जाने से पहाड़ पर कई माकपा नेता नाराज हैं. इस मुद्दे पर आज सिलीगुड़ी में माकपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री अशोक भट्टाचार्य ने सफाई दी और जीवेश सरकार को सचिव बनाये जाने के फैसले का बचाव किया है. उन्होंने साफ तौर पर माना कि दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में पार्टी की सांगठनिक कमजोरी रही है. पहाड़ पर गोजमुमो के उफान के बाद माकपा के कई नेता और समर्थक गोजमुमो में शामिल हो गये. जो लोग बच गये हैं, उनकी सक्रियता नहीं के बराबर है.
पहाड़ पर पार्टी का संगठन काम नहीं कर रहा है. इसी वजह से इस बार परंपरा को तोड़ कर समतल क्षेत्र के जीवेश सरकार को जिला कमेटी का सचिव नियुक्त किया गया है. श्री भट्टाचार्य आज यहां पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि जीवेश सरकार पहले से ही कार्यकारी सचिव के पद पर रह कर पार्टी के लिए काम कर चुके हैं. जब एसपी लेप्चा जिला सचिव थे, तब उनके बीमार रहने के कारण जीवेश सरकार को कार्यकारी सचिव बनाया गया था और उसके बाद से ही वह समतल क्षेत्र के साथ साथ पर्वतीय क्षेत्र में भी पार्टी का कामकाज देख रहे हैं.
श्री भट्टाचार्य ने नक्सलबाड़ी में हुए पार्टी के जिला सम्मेलन को बेहद सफल बताया और कहा कि जीवेश सरकार के नेतृत्व में कुल 40 सदस्यीय जिला कमेटी का गठन किया गया है. इसमें सात नये चेहरें है. पार्टी को फिरसे खड़ा करने के लिए कई रणनीतियों पर विचार-विमर्श चल रहा है. जो लोग जिला कमेटी में हैं और पार्टी के लिए काम नहीं कर रहे हैं, उनको फिर से सक्रिय किया जायेगा. पार्टी के लिए सक्रिय रूप से कार्य नहीं करने वाले सदस्यों केा बाहर का रास्त दिखाया जायेगा औरउनके स्थान पर नये नेताओं की नियुक्ति होगी. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि जिला सम्मेलन में 12 सूत्रीय प्रस्ताव भी पारित किये गये. इसमें जीटीए के कामकाज को लेकर भी चरचा की गयी. दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में जीटीए का कामकाज सही तरीके से हो और राज्य सरकार जीटीए को हरसंभव सहयोग करें, इसकी अपेक्षा भी जिला सम्मेलन में की गयी.