सिलीगुड़ी. रामघाट स्थित श्मशान घाट में विद्युत शवदाह चूल्हे के निर्माण को लेकर विवाद के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस ने बड़े पैमाने पर धर-पकड़ अभियान शुरू किया है. महिलाओं, पुरुषों एवं छात्रों सहित अब तक 22 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि और कई लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस हर दिन रामघाट इलाके में छापामारी कर रही है.
रविवार को सिलीगुड़ी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिलीगुड़ी नगर निगम की पूर्व मेयर तथा कांग्रेस नेता गंगोत्री दत्ता ने यह आरोप लगाया है. गंगोत्री दत्ता स्वयं वकील भी हैं.
उन्होंने कहा है कि पुलिस ने उस आंदोलन के दौरान निदरेश लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस यह नहीं समझ पा रही है कि किसके खिलाफ क्या धारा लगायी जाये. जल्दबाजी में धारा लगाने के चक्कर में पुलिस गलती कर रही है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि रामघाट इलाके की रहने वाली सीमा राय के खिलाफ पुलिस ने धारा 354 के तहत मामला दर्ज किया है.
यह धारा महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार तथा छेड़छाड़ के आरोप में लगाया जाता है. उन्होंने कहा कि एक महिला भला किसी दूसरी महिला के साथ किस तरह से छेड़छाड़ कर सकती है. सिलीगुड़ी के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी महिला के खिलाफ धारा 354 के तहत मामला दर्ज किया गया हो. उन्होंने आगे बताया कि पुलिस ने रामघाट इलाके के सात निदरेष छात्रों को भी गैर जमानती धाराओं में मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है. इसमें से एक छात्र तो 10वीं में पढ़ता है. आंदोलन के समय वह स्कूल से अपने घर की ओर जा रहा था, तभी पुलिस के हत्थे चढ़ गया. गंगोत्री दत्ता तथा जिला कांग्रेस अध्यक्ष शंकर मालाकार ने पिछले दिनों जेल जाकर इन छात्रों से मुलाकात भी की थी. गंगोत्री दत्ता ने यह भी कहा कि ना केवल इन निदरेष छात्र, बल्कि कांग्रेस नेता राजेश यादव को भी पुलिस ने गलत आरोप लगा कर गैर जमानती धाराओं में मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है. उन्होंने सात छात्रों सहित रामघाट आंदोलन में गिरफ्तार सभी लोगों को तत्काल छोड़े जाने की मांग की है. ऐसा नहीं होने की स्थिति में उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर आंदोलन करने की धमकी दी है.