मालदा : सीएए और एनसीआर के विरोध को लेकर चले उग्र आंदोलन के चलते पूर्वी रेल के मालदा डिवीजन को करीब 15 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा है. यह नुकसान मालदा डिवीजन के विभिन्न रेलवे स्टेशनों में की गयी तोड़फोड़ और आगजनी के चलते हुआ है.
बेलगाम आंदोलन के चलते आगामी 28 दिसंबर को पूर्वी रेल के मालदा डिवीजन क्षेत्र के अंतर्गत 12 सांसदों को लेकर बैठक विभाग ने रद कर दिया है. यह बैठक मालदा के डीआरएम के कक्ष में होने की बात थी.
रेलवे के सूत्र के अनुसार मालदा डिवीजन को यह नुकसान लगभग 10 स्टेशनों को क्षतिग्रस्त करने के दौरान पहुंचा है. केवल मालदा स्टेशन में टिकट बिक्री में 20 लाख रुपये का नुकसान दर्ज हुआ है. उल्लेखनीय है कि मालदा टाउन स्टेशन से होकर प्रतिदिन 60 जोड़ा यात्रीवाही और मालगाड़ी का परिचालन होता है. इन ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गयी है.
विभिन्न स्टेशनों में हुए नुकसान की भरपायी कर उन्हें स्वाभाविक बनाने में और पांच से छह रोज लग सकते हैं. मंगलवार की दोपहर को एक विशेष ट्रेन से पूर्वी मालदा डिवीजन के डीआरएम जतींद्र कुमार अपने अधिकारियों के साथ जायजा लेने विभिन्न स्टेशनों के लिये रवाना हुए.
सूत्र के अनुसार धुलियान गंगा, निमतिता, सुजनीपाड़ा, नोआपाड़ा हॉल्ट, सकरापुरा हॉल्ट, अजीमगंज सहित विभिन्न स्टेशनों में व्यापक नुकसान हुआ है. कई जगह रेल पटरियों को क्षति पहुंची है. हालांकि रेलवे प्रशासन यह नहीं बता पा रहा है कि रेल सेवा का परिचालन कब तक स्वाभाविक रुप से होगा.
डीआरएम जीतेंद्र यादव ने बताया कि रेलवे सेवा को सामान्य करने में पांच से छह रोज और लगेंगे. आंदोलनकारी सरकारी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचायें इसके लिये प्रचार किया जा रहा है.