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बदले अंदाज में दिखीं बंगाल की ”अग्निकन्या”

सिलीगुड़ी : शहर के पुलिस लाईन में आयोजित विजया सम्मेलन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नये अंदाज में दिखीं. अपने सख्त तेवर की पहचान रखनेवाली बंगाल की ‘अग्निकन्या’ ने उपस्थित जनसमुदाय से खुलकर बातचीत की. मुख्यमंत्री कभी इंद्रनील सेन के गानों पर ताली बजा रहीं थीं तो कभी बच्चों के नृत्य को देखकर भावविभोर हो रहीं […]

सिलीगुड़ी : शहर के पुलिस लाईन में आयोजित विजया सम्मेलन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नये अंदाज में दिखीं. अपने सख्त तेवर की पहचान रखनेवाली बंगाल की ‘अग्निकन्या’ ने उपस्थित जनसमुदाय से खुलकर बातचीत की. मुख्यमंत्री कभी इंद्रनील सेन के गानों पर ताली बजा रहीं थीं तो कभी बच्चों के नृत्य को देखकर भावविभोर हो रहीं थीं. इसके साथ ही मंच पर पहुंचने के बाद से लगातार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुस्कराती रहीं. सम्मेलन में आनेवाले लोगों के अभिवादन को मुख्यमंत्री ने सहर्ष स्वीकार किया. मुख्यमंत्री का अंदाज बिल्कुल अलग रहा.

लोकसभा चुनाव के छह माह बाद मुख्यमंत्री उत्तर बंगाल दौरे पर आयी ममता बनर्जी ने सम्मेलन के दौरान आमलोगों से मिलकर उनकी भावनाओं को निराश नहीं किया. इस दौरान सभा स्थल पर मुख्यमंत्री को सुनने पहुंचे लोगों की ओर से लाये गये स्मृति चिह्न व पुष्पगुच्छ को प्रसन्नतापूर्वक स्वीकार किया. पंडाल में अगर कहीं से किसी ने मुख्यमंत्री को उत्सुकतावश सम्मान देने की कोशिश की तो मुख्यमंत्री ने मंच के समीप बुलाकर अपने हाथों से उनका सम्मान ग्रहण किया. मुख्यमंत्री के इस बदले रूख से सभी अचंभित रह गये.

प्रशंसकों को नहीं किया निराश, सबका सम्मान स्वीकारा

कार्यक्रम की समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से किसी ने मंच के समीप पहुंचकर कहा, दीदी आज आप हमारे घर चलिये. दीदी ने भी हंसी में कहा, आपके घर में दीदी के रहने के लिए जगह है. अगर है तो अगली बार चलेंगे. इस तरह से दीदी ने हर किसी का उपहार भी ग्रहण किया. यहां तक की लोगों की ओर से दिये गये सम्मान पत्र को खुद पढ़कर भी सुनाया. ममता की एक प्रशंसक महिला ने अपने हाथों बनायी पेंटिंग भी भेंट की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वालों से बच्चों से उनके टिफिन के बारे में पूछा. सभी लोगों से खैरियत पूछी और मिलकर खुशी पूर्वक रहने की सलाह दी.

नये सिपहसालार प्रशांत किशोर की सलाह का भी दिखा असर

राजनीतिक जानकारों की मानें तो प्रशांत किशोर से संपर्क में आने के बाद से ही ममता ने अपना पुराना तेवर बदलना शुरू कर दिया है. यह पीके का ही असर है कि दीदी लोगों से खुलकर बातचीत करने के साथ ही अपना आक्रामक रूप भी खत्म कर दिया है. पहले जहां मंच पर चढ़ते ही माइक हाथों में लेकर अपने तेवर में आ जाती थी. वहीं इस बार माइक लेने के बाद मंच पर एक जगह स्थिर होकर सम्मेलन को संबोधित किया. सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री हर किसी का दिल जीतने की कोशिश करती दिखीं. बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र ममता बनर्जी ने प्रशांत किशोर को अपना सिपहसालार बनाया है, जिसके बाद से ही ममता का सुर बदला-बदला नज़र आ रहा है. पिछले दिनों जिस तरह से दीदी के जय श्री राम पर भड़कने वाले पिछले कई सालों से प्रधानमंत्री मोदी और ममता बनर्जी के बीच रिश्ते काफी तल्ख़ी भरे रहे हैं. ममता बनर्जी मोदी की योजनाओं पर उन्हें घेरती रही हैं और उन्होंने केंद्र सरकार के काम करने के तरीकों को असंवैधानिक तक बताया था.

एनआरसी पर बोलीं, लेकिन केंद्र के प्रति दिखा नरम रवैया

कार्यक्रम को संबोधित करतीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिर से कहा कि किसी भी व्यक्ति को एनआरसी से डरने की जरूरत नहीं है. राज्य में उनके रहते एनआरसी किसी भी हाल में लागू नहीं होगा. इस दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत टिप्पणी करने से बचती रहीं. लोकसभा चुनाव के दौरान से ही केंद्र सरकार व नरेंद्र मोदी पर लगातार हमलावर रहनेवाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभा के दौरान आक्रामक होने से बचती रहीं. उन्होंने सिर्फ एनआरसी मुद्दे पर ही बात रखा.

छठ पूजा की छुट्टी को लेकर हिन्दीभाषियों का जीता दिल

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विजया सम्मेलन के दौरान शुभकामनाएं देने के बाद हिन्दीभाषी समुदाय के छठ पर्व का जिक्र करना नहीं भूलीं. इसबार की छठ पूजा पर अवकाश की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार और रविवार को छठ पूजा है. इसलिए राज्य सरकार की ओर से मिलने वाला अवकाश सोमवार को दिया जायेगा. जिससे उनकी छुट्टी में एक दिन का इजाफा हो जायेगा. इस पर हिन्दीभाषी समुदाय के लोगों ने जोरदार तालियों के साथ मुख्यमंत्री का स्वागत किया.

मंच पर हिन्दीभाषी समुदाय के लोगों का दिखा जलवा

विजया सम्मेलन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने मंच पर आते ही तैनात अधिकारियों को तलब किया और मंचासीन लोगों के बारे में जानकारी ली. इसके बाद मंच पर बैठे कुछ पुलिस अधिकारियों से नीचे जाने का आग्रह किया. जिसके बाद हिन्दीभाषी समुदाय के विपिन बिहारी गुप्ता से मंच पर आने का आग्रह किया. जिसके बाद वे मंच पर पहुंचे. पहले से ही मंच विराजमान सभी धर्मगुरुओं के अलावे अगली पंक्ति में कमल मित्तल व अनंत अग्रवाल बैठे थे.

मां-बहनों के प्रति दिखी दीदी की ‘ममता’ : मंच पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पहुंचते ही सभास्थल पर मौजूद महिलाओं ने उलूक ध्वनि के साथ जोरदार स्वागत किया. मुख्यमंत्री ने भी महिलाओं की भावनाओं को समझते हुए अपने भाषण में खूब सराहना की. इस दौरान ममता बनर्जी ने किसी भी पूजा के आयोजन में महिलाओं व लड़कियों की भूमिका के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि किसी भी पूजा के आयोजन में महिलाओं की बड़ी भूमिका होती है. प्रसाद के लिए फल काटने से लेकर आयोजन के दौरान आने वाले अतिथियों के स्वागत की जिम्मेवारी भी महिलाएं अहम भूमिका निभाती हैं.

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