जादवपुर के बाद यह कोर्स करानेवाला उत्तरबंग विवि दूसरा विश्वविद्यालय बना
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उत्तरबंग विवि में एम फॉर्मा व फूड टेक्नोलॉजी कोर्स इसी सत्र से
जादवपुर के बाद यह कोर्स करानेवाला उत्तरबंग विवि दूसरा विश्वविद्यालय बना आगामी शिक्षा सत्र से बी फॉर्मा व जॉब ओरिएंटेड कोर्स चालू होने की संभावना सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल में पहली बार उत्तरबंग विश्वविद्यालय एम फॉर्मा एवं फूड टेक्नोलॉजी की पढ़ाई शुरू करने जा रहा है. जादवपुर विश्वविद्यालय के बाद उत्तरबंग विश्वविद्यालय एम फॉर्मा व […]
आगामी शिक्षा सत्र से बी फॉर्मा व जॉब ओरिएंटेड कोर्स चालू होने की संभावना
सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल में पहली बार उत्तरबंग विश्वविद्यालय एम फॉर्मा एवं फूड टेक्नोलॉजी की पढ़ाई शुरू करने जा रहा है. जादवपुर विश्वविद्यालय के बाद उत्तरबंग विश्वविद्यालय एम फॉर्मा व फूड टेक्नोलॉजी की पढ़ाई कराने वाला राज्य का दूसरा विश्वविद्यालय होगा. साथ ही उत्तरबंग विश्वविद्यालय से ही विद्यार्थी इन विषयों में पीएचडी भी कर सकते हैं. उत्तरबंग विश्वविद्यालय में मास्टर्स इन फॉर्मासुटिकल व फूड टेक्नोलॉजी की पढ़ाई इसी शिक्षा सत्र 2019-20 से शुरू की जा रही है. यह घोषणा उत्तरबंग विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सुबीरेश भट्टाचार्य ने की.
मंगलवार दोपहर आयोजित एक प्रेसवार्ता में कुलपति ने बताया उत्तर बंगाल में मास्टर्स इन फार्मासुटिकल व फूड टेक्नोलॉजी विषय की पढ़ाई करनेवालों की काफी मांग है. पड़ोसी राज्य सिक्किम में कई फॉर्मासुटिकल कंपनी हैं. इन विषयों की पढ़ाई चालू कराने के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाएं पूरी कर ली गयी हैं. एम फॉर्मा व फूड टेक्नोलॉजी विभाग के लिए अलग-अलग बिल्डिंग बनायी गयी है. साथ ही एम फॉर्मा के लिए 10 और फूड टेक्नोलॉजी के लिए दो अध्यापकों की नियुक्ति भी की गयी है. आवश्यक बुनियादी सुविधाएं एवं अध्यापकों की नियुक्ति के बाद फॉर्मासुटिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) से अनुमति के लिए आवेदन किया गया है. पीसीआइ की अनुमति मिलने के बाद चालू शिक्षा सत्र से पढ़ाई शुरू कराने का निर्णय लिया गया है.
नामांकन, फीस आदि की प्रक्रिया पर बुधवार को फैकल्टी काउंसिल की बैठक में निर्णय लिया जायेगा. उन्होंने बताया कि एन्थ्रोपोलॉजी विषय में भी पांच वर्षों का इन्टीग्रेटेड कोर्स चालू शिक्षा सत्र से शुरू हो जायेगा. आगामी शिक्षा सत्र से बी फॉर्मा एवं जॉब ओरिएंटेड कोर्स की पढ़ाई शुरू कराने के लिए हम प्रयासरत हैं. मौके पर उत्तरबंग विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ दिलीप सरकार समेत अन्य उपस्थित थे.
बता दें कि उत्तर बंगाल में टेक्नोलॉजी संबंधी ज्ञान एवं बुनियादी ढांचा के अभाव में विधाननगर का अनारस, मालदा का आम समेत अन्य कई फल बर्बाद हो रहे हैं. सरकार उत्तर बंगाल में कई फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के प्रयास में है. ऐसे में एम फॉर्मा व फूड टेक्नोल़ॉजी की पढ़ाई करनेवाले विद्यार्थियों को रोजगार के नये अवसर भी मिलेगें.
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