आसनसोल : आसनसोल नॉर्थ थाना के समीप स्थित शंकर होटल समीप राष्ट्रीय राजमार्ग दो पर शनिवार की रात 10 बजे बस का इंतजार कर रहे तीन रोजेदार युवकों व एक अधेड़ व्यक्ति की पिटाई पुलिस ने की. उनका आरोप है कि पुलिस ने बेवजह पिटाई के बाद सभी को थाने साकर लॉकअप में बंद कर दिया.
उनके परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ भी र्दुव्यवहार किया. परिजनों ने शनिवार की देर रात श्रम मंत्री मलय घटक से शिकायत की. उनके हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने सबको छोड़ा. रविवार को मामले के तुल पकड़ने पर उत्तर थाना के प्रभारी के हस्तक्षेप से दोनों पक्षों में समझौता हुआ.
मोहम्मद शहाबुद्दीन ने बताया कि रेलपार के चांदनी मार्केट में उनकी दुकान है. दुकान के कपड़े आदि सात बोरे लेकर उनका भाई आफताब आलम पटना से बस से आ रहा था. बस 10 बजे यहां पहुंचती है. उनका पुत्र मोहम्मद सिब्लू दुकान के कर्मी शहनवाज खान, बिरू खान तथा ठेला चालक बहादुर खान को लेकर एनएच दो पर शंकर होटल के पास बस का इंतजार करने लगा. गश्ती पुलिस आयी और उन्हें गाड़ी मे ं बैठने को कहा. कारण पूछने पर उनकी पिटाई शुरू की. उन्हें वाहन से थाने लाकर लॉकअप में बंद कर दिया. सूचना पाकर थाने पहुंचने पर पुलिस ने उनके साथ गलत व्यवहार किया. मंत्री श्री घटक से शिकायत की गयी. मंत्री के हस्तक्षेप से पुलिस ने सभी को छोड़ा.
जिसके बाद तीनों युवकों के शरीर पर पड़े डंडे के निशान को देख आसनसोल जिला अस्पताल में ले जाया गया. उत्तर थाना प्रभारी की पहल पर समझौता हुआ. मंत्री श्री घटक ने कहा कि शिकायत नहीं हुई हैं. शिकायत मिलने पर अवश्य कार्रवाई होगी. पार्षद गुलाम सरवर ने कहा कि पुलिस की यह दादागिरि है और इस तरह से पुलिस को किसी पर भी हाथ नहीं छोड़ना चाहिए. बिना पूछताछ किये पुलिस ने लाठी-डंडे से पीटा, यह पूरी तरह से गलत हैं.