सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी शहर केवल पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार ही नहीं बल्कि बंगाल का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. अब तो यह शहर धीरे-धीरे मेट्रोपोलिटन शहर में भी तब्दील होते जा रहा है. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि इस शहर के कुछ इलाके ऐसे भी हैं जहां के लोग देश की आजादी से लेकर अब-तक पीने के पानी से वंचित थे. किसी भी शहर का विकास और वहां के लोगों की बुनियादी जरुरत रोटी-कपड़ा और मकान है.
शासन-प्रशासन की लापरवाही बोलिये या फिर ओछी राजनीति, जिसकी वजह से सिलीगुड़ी नगर निगम का एक नंबर वार्ड पिछड़ा हुआ है. यहां का कुछ इलाका ऐसा है जहां अभी तक पीने के पानी का इंतजाम नहीं था. स्थानीय लोगों को दूर-दराज इलाकों से पीने के पानी पर निर्भर रहना पड़ता था या फिर कुंओं आदि के पानी लेने की मजबूरी थी.
लेकिन देर आये दूरूस्थ आये वाली कहावत सिलीगुड़ी नगर निगम ने चरितार्थ कर दिया है. गुरुवार को एक नंबर वार्ड के साउथ अंबेदकर कॉलोनी, पंचानन कॉलोनी अपर व लोवर, डीजल कॉलोनी व ठोकर इलाकों में कुल 12 जगहों पर वार्ड पार्षद मालती राय की पहल और निगम के सहयोग से पीने के पानी के लिए नल लगाया गया है. इन इलाकों में नल लग जाने से वार्डवासियों में खुशी की लहर छायी हुई है.