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बालुरघाट : गंगारामपुर के हथकरघे के कपड़े जायेंगे कर्नाटक
तंतुज ने अग्रिम राशी देकर खरीदने का किया करार राज्य सरकार के सहयोग से कारीगरों में खुशी बालुरघाट : बाहरी राज्यों में बढ़ती मांग को देखते हुए दक्षिण दिनाजपुर जिले के तांत (हथकरघा) कारीगरों के साथ सरकारी संस्था ‘तंतुज’ की ओर से तैयार कपड़े खरीदने का करार किया गया. जिले के तांत कारीगरों के सहयोग […]
तंतुज ने अग्रिम राशी देकर खरीदने का किया करार
राज्य सरकार के सहयोग से कारीगरों में खुशी
बालुरघाट : बाहरी राज्यों में बढ़ती मांग को देखते हुए दक्षिण दिनाजपुर जिले के तांत (हथकरघा) कारीगरों के साथ सरकारी संस्था ‘तंतुज’ की ओर से तैयार कपड़े खरीदने का करार किया गया. जिले के तांत कारीगरों के सहयोग के लिए राज्य सरकार की ओर से दुर्गापूजा से पहले एक बड़ी राशी अनुमोदित की गयी है. इससे जिले के गंगारामपुर के तांत कारीगर काफी खुश है. तंतुज के जरिए यहां के कारीगरों से राज्य सरकार तैयार साड़ियां खरीदकर बाहरी राज्यों में भेजेगी.
जानकारी मिली है कि जिले में कम से कम दो हजार तांत कारखाना हैं. लगभग तीन हजार कारीगर तांत के काम से जुड़े हैं. इनमें से अधिकांश गंगारामपुर शहर व आसपास में बसे हैं. किसी समय यह इलाका तांत के लिए विख्यात था. लेकिन अत्याधुनिक मिलों में बनी डिजाइनर तांत की साड़ियां बाजार में आने से इनकी मांग घट गयी. इस स्थिति को दोखते हुए तांत के कारोबार को बचाने के लिए राज्य सरकार आगे आयी है.
वर्तमान राज्य सरकार की ओर से गंगारामपुर में तांत हब बनाने का काम शुरू हुआ है. गंगारामपुर के तांत कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार के अधीनस्थ संगठन तंतुज की ओर से दुर्गापूजा से पहल सहयोग राशि देकर तैयार कपड़े खरीदने का करार किया गया. इससे जिले के तांत कारीगरों को बड़ी राहत मिली है.
गंगारामपुर नगरपालिका चेयरमैन प्रशांत मित्र ने बताया कि मुख्यमंत्री की पहल पर जिले के तांत कारीगरों को काम में पुनर्जीवन मिला है.
इससे पहले भी मुख्यमंत्री ने तांत से जुड़े उपकरण खरीदने के लिए कारीगरों की सहयोग राशि प्रदान की थी. इसके बाद भी तैयारी साड़ियों को बेचने को लेकर मार्केट की समस्या उनके पास रह गयी. इसके समाधान के लिए राज्य सरकार की ओर से तंतुज के जरिए तैयारी साड़ियों को खरीदने की पहल की गयी है.
तंतुज की ओर से इलाके के तांत कारीगरों के साथ बैठक की गयी. कहा गया है कि कर्नाटक में साड़ियों की मांग को गंगारामपुर के कारीगर पूजा करेंगे. इसके लिए साड़ी की लंबाई-चौड़ाई व धागे के इस्तेमाल के बारे में बता दिया गया है. दुर्गापूजा से पहले कई हजार साड़ियों का ऑर्डर दिया गया है.
इसके साथ ही गमछा बनाने का भी ऑर्डर मिला है. बताया गया है कि अब से नियमित तौर पर साड़ियों की सप्लाई तंतुज को देना होगा. राज्य सरकार की पहल से जिले के तांत कारीगरों की भारी खुशी है.
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