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मांगों को लेकर बीड़ी श्रमिकों ने किया आंदोलन का रूख
कूचबिहार : बीड़ी श्रमिकों को अपडेट संबंधित जानकारी देने, गृह निर्माण के लिए रुपए अनुमोदन सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर श्रमिकों ने आन्दोलन का रास्ता अपनाया. आरोप है कि 2008 से 2015 तक गृह निर्माण के लिए फॉर्म जमा करने के बावजूद बीड़ी श्रमिकों को रुपए नहीं मिले हैं. श्रमिकों ने इस प्रताड़ना के […]
कूचबिहार : बीड़ी श्रमिकों को अपडेट संबंधित जानकारी देने, गृह निर्माण के लिए रुपए अनुमोदन सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर श्रमिकों ने आन्दोलन का रास्ता अपनाया. आरोप है कि 2008 से 2015 तक गृह निर्माण के लिए फॉर्म जमा करने के बावजूद बीड़ी श्रमिकों को रुपए नहीं मिले हैं. श्रमिकों ने इस प्रताड़ना के खिलाफ जल्द ही पूरे जिले में आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है.
इसको लेकर जिला बीड़ी श्रमिक यूनियन ने कूचबिहार जिला कल्याण अधिकारी के जरिए श्रम और रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार, कल्याण आयुक्त को ज्ञापन भेजा है.
कूचबिहार जिला बीड़ी श्रमिक यूनियन की लम्बी लड़ाई के बाद मोबाइल मेडिकल यूनिट की स्थापना हुई थी. श्रमिकों का आरोप है कि सरकारी लापरवाही से यह अब बंद होने के कगार पर है. कार्ड अपडेट करने के लिए श्रमिकों ने दो बार फॉर्म भरकर जमा किया लेकिन आज तक जिला मोबाइल मेडिकल यूनिट से कार्ड अपडेट नहीं किया गया.
इस यूनिट में श्रमिक दूर दराज से इलाज के लिए आते है लेकिन यहां चिकित्सक या उनके सहयोगी कोई नहीं रहता. वहां से ना तो इलाज होता है ना ही दवा ही मिलती है. इसके साथ ही वेलफेयर संबंधी जानकारी, प्रसूता भत्ता, स्कूल-कॉलेज के ऑनलाइन फॉर्म आदि मामलों में कोई भी अधिकारी उनका सहयोग नहीं करते है. पूछने पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है.
यह आरोप संगठन के राज्य कमेटी के सदस्य गौरांग आदित्य ने लगाया. उन्होंने बताया कि पूरे देश में बीड़ी श्रमिक वेलफेयर की सुविधा मिलते है. इसके लिए उनके पास परिचय पत्र दिया जाता है. लेकिन कूचबिहार जिले में बीड़ी श्रमिकों को परिचय पत्र नहीं दिया जा रहा है. साथ ही श्रमिकों को मासिक 3 हजार रुपए पेनशन प्रदान सहित विभिन्न मांगों पर धारावाहिक आन्दोलन की चेतावनी दी गयी.
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