सिलीगुड़ी : गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) के नये प्रमुख सचिव की नियुक्ति शीघ्र होगी. सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार ने नये प्रमुख सचिव की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उत्तर बंगाल दौरे की समाप्ति के बाद इसकी घोषणा कर दी जाएगी. दूसरी तरफ गोजमुमो ने भी शीघ्र से शीघ्र प्रमुख सचिव की नियुक्ति की मांग राज्य सरकार से की है. इस संबंध में जीटीए के मुख्य कार्यकारी तथा गोजमुमो प्रमुख बिमल गुरूंग ने राज्य सरकार को एक पत्र भी लिखा है.
पत्र में उन्होंने जीटीए के प्रमुख सचिव के पद पर नियुक्ति के लिए तीन अधिकारियों का नाम शीघ्र भेजने की मांग राज्य सरकार से की है. जीटीए के नियमानुसार प्रमुख सचिव की नियुक्ति मुख्य कार्यकारी के सहमति से ही की जा सकती है. इसके तहत राज्य सरकार को तीन वरिष्ठ अधिकारियों के नाम बिमल गुरूंग को भेजने होंगे. इसमें बिमल गुरूंग जिस अधिकारी के नाम के आगे अपनी मुहर लगाएंगे, उसी अधिकारी की नियुक्ति जीटीए के प्रमुख सचिव के रूप में होगी.
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार नये प्रमुख सचिव की नियुक्ति को लेकर भी राज्य सरकार और बिमल गुरूंग के बीच टकराव की स्थिति बन सकती है, क्योंकि इससे पहले भी एक बार ऐसी स्थिति बन गई थी. जीटीए के तत्कालीन प्रमुख सचिव तथा जलपाईगुड़ी के जिला शासक सौमित्र मोहन की नियुक्ति को लेकर काफी बवाल हुआ था. बिमल गुरूंग ने सौमित्र मोहन को हटाने की मांग की थी. उसके बाद उन्हें इस पद से हटाकर बर्धमान भेज दिया गया था. इस बीच, जीटीए के वर्तमान प्रमुख सचिव आर.डी. मीणा के सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान जीटीए के कई काउंसिलर तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.