सिलीगुड़ी: कर्सियांग की रहने वाली 7 वर्षीय बच्ची सांभवी को एक नया जीवन मिला है. सांभवी को जन्म से ही एक बड़ा ट्यूमर था.डाक्टरी भाषा में इस ट्यूमर को सेक्रोसिजिल टेराटोमा कहते हैं और यह बीमारी 40 से 50 हजार लोगों में से किसी एक को होती है. सांभवी के माता-पिता बेहद गरीब हैं और अपनी बच्ची की इस बीमारी का इलाज कराने में समर्थ नहीं थे.
ट्यूमर का आकार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा था और बच्ची को काफी परेशानी हो रही थी. जब इस बात का पता डॉन बास्को के सेल्सियन फादर जॉनी नेडूंगेट का पता चला तो उन्होंने बच्ची के इलाज की कोशिश की.उन्होंने सिलीगुड़ी के नेवटिया गेटवेल अस्पताल से संपर्क किया. इस सजर्री में करीब डेढ़ लाख रुपये का खर्चा था. बच्ची के पिता मनन छेत्री की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि वह इतने रूपये का खर्च उठा पाते. डॉन बास्को के फादर ने 42 हजार रूपये की ब्यवस्था की जबकि बचा हुआ खर्च नेवटिया अस्पताल ने उठाया.प्रख्यात पेड्रियेटिक सजर्न डॉ मनीष माधव ने बच्ची की सजर्री की और आज वह बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है.
आज यहां अस्पताल में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर उक्त आशय की जानकारी देते हुए डॉ. माधव ने बताया कि यह एक कठीन सजर्री थी और सफल सजर्री के माध्यम से बच्ची को नया जीवन मिलने से वह काफी खुश हैं. संवाददाता सम्मेलन में बच्ची के माता पिता भी उपस्थित थे.संवाददाता सम्मेलन का फादर जॉन तथा अस्पताल के निदेशक पी एल मेहता ने भी संबोधित किया.