Advertisement
पंचायत चुनाव : 30 हजार किसानों में बांटा गया 20 करोड़ का मुआवजा
पंचायत चुनाव : पिछले साल आयी भीषण बाढ़ में प्रभावित किसानों को मिले मुआवजे से तृणमूल कांग्रेस को उम्मीद जलपाईगुड़ी : पिछले साल अगस्त में आयी भीषण बाढ़ से प्रभावित किसानों को कृषि विभाग की तरफ से मुआवजा मिला है. कृषि विभाग के सूत्र के अनुसार, जिले के बाढ़ग्रस्त 30 हजार किसानों को इस बार […]
पंचायत चुनाव : पिछले साल आयी भीषण बाढ़ में प्रभावित किसानों को मिले मुआवजे से तृणमूल कांग्रेस को उम्मीद
जलपाईगुड़ी : पिछले साल अगस्त में आयी भीषण बाढ़ से प्रभावित किसानों को कृषि विभाग की तरफ से मुआवजा मिला है. कृषि विभाग के सूत्र के अनुसार, जिले के बाढ़ग्रस्त 30 हजार किसानों को इस बार राज्य सरकार ने रिकार्ड 20 करोड़ रुपये मुआवजे के तौर पर दिये हैं.
तृणमूल कांग्रेस का दावा है कि लाभान्वित किसान तृणमूल कांग्रेस के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. वहीं विरोधी दलों ने आरोप लगाया है कि बाढ़ग्रस्त बहुत से किसानों को मुआवजा नहीं मिला है. मुआवजा वितरण में बड़े पैमाने पर धांधली की गयी है. अपने पार्टी समर्थकों को प्राथमिकता देकर मुआवजे दिये गये हैं.
कृषि विभाग के सूत्रों के अनुसार, जलपाईगुड़ी जिले के 80 फीसदी ग्रामीण खेती पर निर्भर हैं. इन किसानों को सरकार की तरफ से रियायती मूल्य पर कृषि उपकरण, आमन धान के खरीद मूल्य में वृद्धि आदि के जरिये किसानों को लाभ पहुंचा है.
जलपाईगुड़ी जिला कृषि विभाग के उप-निदेशक सुजीत पाल ने बताया कि पिछले साल बाढ़ से प्रभावित किसानों को चिह्नित कर 20 करोड़ रुपये के चेक वितरित किये गये. कुल 30 हजार किसान इस योजना से लाभान्वित हुए हैं.
पिछले साल की बाढ़ में फसलों को काफी नुकसान पहुंचा था. खासतौर पर धूपगुड़ी, मयनागुड़ी, जलपाईगुड़ी सदर, राजगंज और मालबाजार ब्लॉक में किसान प्रभावित रहे हैं.
आवेदन के अनुसार प्रभावितों को मुआवजा दिया गया. इसके अलावा पिछले साल के आखिर में एक हजार किसानों को कृषि उपकरण खरीदने के लिए कुल 30 लाख रुपये और इस साल के शुरू में 1200 किसानों को कुल 35 लाख रुपये बतौर अनुदान दिये गये. इस आर्थिक मदद से जिले के किसानों को बड़ी राहत मिली है.
कृषि विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जब-जब प्राकृतिक आपदाएं होती हैं, तब-तब विभाग की तरफ से किसानों को मुआवजे दिये जाते हैं. हालांकि इस साल किसानों को रिकार्ड मुआवजे मिले हैं.
दूसरी तरफ अखिल भारत कृषक सभा के जिला सचिव आशीष सरकार ने कहा कि वास्तविक रूप से बाढ़ग्रस्त बहुत से किसानों को मुआवजे नहीं मिला है. इसका जवाब ये किसान पंचायत चुनाव में देंगे. वहीं भाजपा के जिलाध्यक्ष देवाशीष चक्रवर्ती ने कहा कि पंचायत चुनाव के पहले सत्तासीन दल के समर्थकों को आर्थिक मदद मुहैया करायी गई है.
हालांकि बहुत से प्रभावित किसान इस सुविधा से वंचित रह गये हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे लोगों को भी मुआवजे दिये गये हैं, जिनकी अपनी जमीन नहीं है. वे न तो किसान हैं और न ही फसल उगाते हैं. चुनाव प्रचार में हमलोग इस मुद्दे को उठायेंगे.
इधर, किसान खेत मजदूर तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दुलाल देवनाथ ने बताया कि प्राकृतिक आपदा को लेकर किसानों को मुआवजा फसलों की उचित कीमत खेती में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग जैसे मामलों में राज्य सरकार हमेशा सचेष्ट रहती है. इसी नीति के चलते जिले के 100 प्रतिशत किसान लाभान्वित हुए हैं. इसलिए स्वाभाविक है कि ये किसान इस बार तृणमूल कांग्रेस को ही वोट देंगे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement