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जहरीला मशरुम खाने से चार की मौत

नागराकाटा : जंगल के जहरीला मशरुम खाने से गुरुवार से लेकर रविवार तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, अन्य तीन को चिंताजनक अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह घटना कालिम्पोग जिला अंतर्गत गोरुबथान कम्पाउंड वनबस्ती में घटी है. इस घटना से इलाके में शोक की लहर है. वहीं, इतनी […]

नागराकाटा : जंगल के जहरीला मशरुम खाने से गुरुवार से लेकर रविवार तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, अन्य तीन को चिंताजनक अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह घटना कालिम्पोग जिला अंतर्गत गोरुबथान कम्पाउंड वनबस्ती में घटी है. इस घटना से इलाके में शोक की लहर है.
वहीं, इतनी बड़ी घटना के बाद भी प्रशासन की ओर से किसी भी अधिकारी के घटनास्थल पर नहीं पहुंचने से इलाकावासियों में नाराजगी है. जानकारी अनुसार शनिवार की शाम तक तीन लोगों की मौत हो चुकी थी. रविवार की शाम को भी एक व्यक्ति की मृत्यु होने की खबर है. सिलीगुड़ी के किसी नर्सिंग होम में चिकित्साधीन हैं चेतन राई(2), अमित राई(24).
वहीं, उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में मंदिप भुजेल(26) चिकित्साधीन हैं. मृत और अस्वस्थ सभी लोग दो परिवारों से हैं. उल्लेखनीय है कि राई परिवार ने एक बिल्ली को भी मशरुम खिलाया था जिसकी गुरुवार को मृत्यु हो गयी.
स्थानीय सूत्र के अनुसार घटना का सूत्रपात मंगलवार से है जब दोनों परिवार के लोगों ने जंगली मशरुम खाये. अन्तिम राई नामक युवक ने कम्पाउंड के निकट स्थित सुनतली नदी संलग्न जंगल से जहरीला मशरुम संग्रह कर लाया था. उसके बाद एक परिवार में विषाक्त मशरुम को पकाया गया. लेकिन किस के घर में मशरुम पकाया गया था यह पता नहीं चल सका.
उसी रात को उसी घर में मांस भी पकाया गया था. दरअसल, जिसने वह मशरुम लाया था उसने उसे नहीं खाया बल्कि उसने मशरुम की जगह मांस खाया. यही वजह है कि मशरुम लाने वाले को कुछ नहीं हुआ.
बीते बुधवार की सुबह से ही राई और भुजेल परिवार के सभी सदस्य अस्वस्थ होने लगे. इसी के बाद सभी को मालबाजार मल्टी सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं पर श्याम राई की मृत्यु हो गयी. उसके बाद उनकी पत्नी आशामाया राई जिन्हें सिलीगुड़ी के एक नर्सिंग होम में उपचार के लिए ले जाया गया था उनकी भी शनिवार रात को मृत्यु हो गयी.
खिला भुजेल ने भी उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में उसी रात दम तोड़ दिया. उसी रात को उनके पति नवीन की भी मृत्यु हो गयी. वहीं, सिलीगुड़ी के एक नर्सिंग होम में अभी भी खिला एवं नवीन का एक बेटा मंदिप भुजेल और श्याम और आशामाया के दो बेटे चेतन राई और अमित राई जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे है.
प्रशासनिक अधिकारियों के नहीं पहुंचने से रोष
स्थानीय निवासी यूसुफ राई ने बताया कि चार व्यक्तियों का अगर सही तरीके से इलाज किया गया होता तो उनकी मृत्यु नहीं होती. चार व्यक्तियों की मौत होने के बाद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी ने घटनास्थल का दौरा नहीं किया. दोनों परिवारों की अवस्था सोचनीय है. उन्होंने प्रशासन से बचे लोगों के समुचित इलाज की गुहार लगायी है. उधर, गोरुबथान ब्लॉक के बीडीओ विश्वरंजन चक्रवर्ती ने कहा कि घटना मार्मिक है. जो मरीज अस्पताल में भर्ती हैं उनकी खोजखबर ली जा रही है.
जिनकी मौत हुई है
मृतक की पहचान नवीन भुजेल (55) के नाम से की गयी है. मृत अन्य व्यक्ति हैं खिला भुजेल(50), श्याम राई(5) और आशामाया भुजेल(60) है.

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