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मंत्री-विधायक ने की बात, नहीं माने छात्र
अनशनरत पांच छात्र बीमार, अस्पताल में भर्ती शनिवार शाम बंधक प्राचार्य को कराया गया मुक्त जलपाईगुड़ी : जलपाईगुड़ी गवर्नमेंट इजीनियरिंग कॉलेज में रविवार को तीसरे दिन भी आंदोलन जारी रहा. आंदोलनरत विद्यार्थियों के साथ हड़ताल खत्म करने के लेकर बैठक विफल हो गयी. आंदोलनकारी छात्र मंत्री के सामने ही प्रोफेसर दीपक कोले की बरखास्तगी की […]
अनशनरत पांच छात्र बीमार, अस्पताल में भर्ती
शनिवार शाम बंधक प्राचार्य को कराया गया मुक्त
जलपाईगुड़ी : जलपाईगुड़ी गवर्नमेंट इजीनियरिंग कॉलेज में रविवार को तीसरे दिन भी आंदोलन जारी रहा. आंदोलनरत विद्यार्थियों के साथ हड़ताल खत्म करने के लेकर बैठक विफल हो गयी.
आंदोलनकारी छात्र मंत्री के सामने ही प्रोफेसर दीपक कोले की बरखास्तगी की मांग को लेकर प्लेकार्ड दिखाते हुए स्लोगन देते रहे. इससे पहले शनिवार की शाम को 24 घंटे से अधिक समय तक कॉलेज में बंधक रहे प्राचार्य अमिताभ राय को मुक्त कराया गया. स्वास्थ्य कारणों से उन्हें बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस बीच अनशन कर रहे पांच छात्रों के भी बीमार पड़ने से उन्हें जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
रविवार को पर्यटन मंत्री गौतम देव ने पहले चरण में रैगिंग के शिकार छात्रों के साथ सर्किट हाउस में और दूसरे चरण में कॉलेज के प्रोफेसरों के साथ बैठक की. इसके बाद शाम को एसजेडीए चेयरमैन व विधायक सौरभ चक्रवर्ती, जिला अधिकारी शिल्पा गौरीसरिया, पुलिस अधीक्षक अमिताभ माइती और मंत्री गौतम देव आंदोलनकारियों से बात करने पहुंचे. मंत्री ने छात्रों से हड़ताल खत्म करके पठन-पाठन सामान्य करने की अपील की. मंत्री ने छात्रों से लिखित मांग करने को कहा. उन्होंने कहा कि इसके आधार पर सरकार निष्पक्ष जांच कमेटी का गठन कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने को कहेगी.
रिपोर्ट के अनुसार आरोपी प्रोफेसर और आन्दोलनकारियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जायेगी. मंत्री ने कहा कि उन्हें प्रथम वर्ष के छात्रों से एवं कॉलेज के प्रोफेसरों से भी शिकायत मिली है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि छात्र सरकार को कमजोर न समझें. उन्होंने इस मामले में शिक्षा मंत्री से भी बातचीत करने का आश्वासन दिया. इसके बाद मंत्री कॉलेज से निकलने लगे. छात्रों ने उस दौरान मंत्री को घेर कर स्लोगन देना शुरू किया. पत्रकार बैठक के दौरान भी छात्रों ने स्लोगन दिया. मंत्री की अपील की कोई सुनवाई नहीं हुई.
इधर, आन्दोलनकारी छात्रों ने कहा कि उनकी मांगे नहीं माने जाने तक अनशन जारी रहेगा. उनलोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्री ने बातचीत की, लेकिन प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन नहीं दिया. छात्रों ने उनके खिलाफ उठे रैगिंग के आरोप को बेबुनियाद बताया.
इधर, जिला प्रशासन की ओर से रैगिंग के शिकार प्रथम वर्ष के छात्रों एवं अभिभावकों को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है. डीएसपी हेडक्वार्टर टीटी भूटिया व कोतवाली आइसी विश्वाश्रय सरकार अपनी सुरक्षा में छात्रों को सर्किट हाउस तक लेकर आये. मंत्री ने प्रथम वर्ष के छात्रों से परिस्थिति को विस्तार से सुना. उनलोगों की पिटाई क्यों की गयी व किस तरह की रैगिंग हुई, यह भी पूछताछ की गयी.
जानकारी मिली है कि रैगिंग के शिकार छात्र मंत्री मलय घटक के विधानसभा क्षेत्र से हैं. रविवार को भी कॉलेज के सामने पुलिस पिकेट लगा रहा. रैंगिग के आरोप में 24 छात्रों पर गैर जमानति धाराओं में पुलिस ने मामला दर्ज किया. द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ वर्ष के छात्रों पर आइपीसी की धारा 307 व अन्य धाराओं के तहत रैगिंग कानुन के तहत मामला दर्ज हुआ है.
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