कालियागंज : उत्तर दिनाजपुर जिले में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हस्तशिल्प प्रशिक्षण देने का काम शुरू हुआ है. इसकी शुरूआत शनिवार को उत्तर दिनाजपुर जिले के कालियागंज में हुई. केन्द्रीय कपड़ा मंत्रालय तथा राज्य सरकार के खुदरा एवं लघु उद्योग विकास निगम के सहयोग से इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है.
इसकी शुरूआत कालियागंज ब्लॉक के अनंतपुर ग्राम पंचायत स्थित बीएड कॉलेज में हुई. यहां उल्लेखनीय है कि उत्तर दिनाजपुर जिले में बड़े पैमाने पर पाट की खेती होती है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए महिलाओं को पाट से बनाये जाने वाले सामग्रियों की जानकारी दी गई. पहले भी पाट से विभिन्न किस्म के सामान बनाये जाते थे, लेकिन बाजार में इनकी मांग नहीं के बराबर होती थी. अब महिलाओं को अत्याधुनिक जमाने के साथ पाट के उपयोग को लेकर प्रशिक्षित किया जा रहा है. मशीन की सहायता से पाट की सामग्रियां बनायी जा रही हैं. इस इलाके की काफी महिलाएं आज के प्रशिक्षण शिविर में शामिल हुईं.
इसको लेकर महिलाओं में जबरदस्त उत्साह देखी गई. महिलाओं ने बताया कि पहले वह लोग पाट से परंपरागत धोकरा बनाती थीं, जिसकी मांग बाजार में लगभग नहीं के बराबर है. धोकरा बनाने में पहले मेहनत भी काफी अधिक करनी पड़ती थी. अब ऐसी स्थिति नहीं है. मशीन से पाट के विभिन्न सामान आसानी से बनाये जा सकते हैं. इन सामानों की बाजार में मांग भी अधिक है. प्रशिक्षक कविता बनर्जी तथा राजू तालुकदार ने बताया कि उत्तर दिनाजपुर जिले में पाट की काफी अधिक खेती होती है, इसीलिए पाट निर्मित सामग्री बनाने की जानकारी महिलाओं को दी जा रही है. महिलाएं भी प्रशिक्षण पाने को लेकर काफी उत्साहित हैं.इधर, प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया है कि इस प्रकार से प्रशिक्षण देने के लिए जिले में कुल सात कलस्टर बनाये गये हैं. जिनमें इटाहार, रायगंज, करणदीघी, इस्लामपुर एवं कालियागंज का नाम शामिल है. इन सभी स्थानों पर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है. हरेक शिविर में 48 महिलाएं प्रशिक्षण ले रही हैं. कालियागंज पंचायत समिति के अध्यक्ष निताई वैश्य ने बताया है कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर हो सकेंगी. खासकर गरीब महिलाओं को इस प्रकार के प्रशिक्षण से काफी लाभ मिलेगा.