उन्होंने कहा कि इस तरह से किसी भी स्कूल में कोई मिड-डे मील का चावल रख नहीं सकता है. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद, इसमें जो भी लोग जुड़े हुए पाये जायेंगे उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अब से जिले के स्कूलों में मिड-डे मील की सामग्री रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से स्थान चिह्नित कर दिया जायेगा. इससे अलग जगह पर यदि मिड डे मील की सामग्री रखी जाएगी, तो तुरंत उस स्कूल के विरुद्ध जिला प्रशासन कार्रवाई करेगा.
इधर, जिलाधिकारी के निर्देश के बाद कालियागंज ब्लॉक प्रशासन हरकत में आया एवं धांधली की जांच शुरू की. ब्लॉक प्रशासन की ओर से इसे लेकर धनकैल के महिमा चंद्र विद्याभवन के पूर्व प्रधान शिक्षक को भूदेव चंद्र सरकार को पूछताछ के लिए बुलाया गया. विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक पूर्व प्रधान शिक्षक बोरियों को छिपाकर रखे जाने के सवाल का कोई सही जबाव नहीं दे सके. उन्होंने बताया कि इस घटना के लिए वे अकेले जिम्मेदार नहीं है. स्कूल मैनेजिंग कमेटी व ब्लॉक प्रशासन का एक हिस्सा भी जिम्मेदार है. इधर, नाम नहीं बताने की शर्त पर सूत्रों ने बताया कि मिड-डे मील कांड की सही जांच होने पर कई अधिकारियों के नाम भी सामने आयेंगे.