बालुरघाट: बाहरी व्यक्तियों से मिलकर अपने ही पति की हत्या कराये जाने के मामले में आखिर में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी पत्नी और उसके दो बेटों को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि इसके पूर्व कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों ने छह घंटे तक पथावरोध कर यातायात ठप कर दी. यह घटना बालुरघाट थानांतर्गत खांपुर इलाके में घटी है. पुलिस की कथित निष्क्रियता के विरोध में ग्रामीणों ने सोमवार को सुबह 7 बजे से लेकर छह घंटे तक लाठी-सोटा लेकर पथावरोध किया तो पुलिस की नींद खुली.
यह पथावरोध खांपुर इलाके की एनएच-512 पर घटी जिस दौरान सड़क पर टायर जलाकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया. घटना की जानकारी मिलने पर पतिराम फाड़ी और बालुरघाट थाना पुलिस पहुंची. हालांकि बालुरघाट थाना के आईसी संजय घोष के प्रयास के बावजूद पथावरोध नहीं हटाया जा सका तो दोपहर एक बजे मौके पर पहुंचे डीएसपी (मुख्यालय) सौम्यजीत बरुआ, एएसपी सौम्य राय. उसके बाद मामले में तत्काल कार्रवाई का भरोसा मिलने पर ग्रामीणों ने पथावरोध हटाया. इस बीच जानकारी अनुसार रविवार की रात को ही पतिराम फाड़ी की पुलिस ने मृत व्यक्ति की पत्नी और उनके दो बेटों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु कर दी है.
जानकारी अनुसार विगत 18 सितंबर से गोपाल महतो लापता हैं. उनकी मां ने जब गोपाल की पत्नी से पूछताछ की तो पहले पत्नी सीमा महतो ने बताया कि उनके पति पतिरामहाट गये हैं. कुछ दिनों बाद भी जब गोपाल नहीं लौटे तो मां ने बहू को थाने में गुमशुदगी की रपट दर्ज कराने के लिये कहा. लेकिन हर बार पत्नी बात को टाल जाती थी जिससे मामला संदेहास्पद लगने लगा. उसके बाद पत्नी ने बताया कि उनके पति काम की तलाश में अन्य राज्य गये हैं. लेकिन 26 सितंबर को एक सिविक वॉलेंटियर ने सूचना दी कि गोपाल का शव मैदान के बीच एक जलाशय में पड़ा हुआ मिला है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा. लेकिन अस्पताल में भी पोस्टमार्टम नहीं किया गया. उसके बाद तीन अक्टूबर को परिवारवालों के हाथों शव सुपुर्द किया गया जिसके बाद उसका दाह संस्कार किया गया. उसके बाद परिवारवालों ने मृत गोपाल की पत्नी समेत कई लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करानी चाही लेकिन पुलिस ने बहानेबाजी कर शिकायत दर्ज करने से इंकार कर दिया. आखिर में बीते शनिवार को एसपी के समक्ष शिकायत दर्ज कराई गई.
गोपाल के भाई दुलाल महतो ने बताया कि शुरु से ही मामले को दबाने की कोशिश की गई जिससे संदेह प्रबल हुआ. एसपी से अवगत कराने के बावजूद काम नहीं हो रहा था. किसी खास वजह से पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई से कतरा रही थी. उनका मानना है कि उनके भाई की हत्या के मामले में भाभी भी संलिप्त है. उनके अलावा अन्य कोई भी इस मामले से जुड़ा है जिसकी पहचान जरूरी है. आज पुलिस ने जांच करने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया है. इसके लिये पुलिस को पांच रोज की मोहलत दी गई है. अन्यथा फिर आंदोलन किया जायेगा.