स्थानीय सूत्रों के मुताबिक रेहाना बीबी, मोहम्मद दिलबर हुसैन, अकबर अली का कच्चा घर सोमवार तड़के कटाव की वजह से नदी में समा गया. उस समय घर में कोई नहीं था. कटाव के बाद ही घर के सामानों को हटाने में लोग व्यस्त हो गये. उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले ही महानंदा नदी का जलस्तर बढ़ने से आसपास के इलाके जलमग्न हो गये थे. इस वजह से इस क्षेत्र के सौ से अधिक लोगों को सड़क के किनारे 20 से 25 दिन बिताने पड़े.
महानंदा नदी के जलस्तर में गिरावट आने के साथ ही अधिकांश लोग अपने घरों में लौट गये. इसके बाद फिर से अचानक कटाव शुरू हुआ जिससे नये सिरे से स्थानीय निवासियों में दहशत है. इनका कहना है कि कभी बाढ़ तो कभी कटाव से डर कर रहना पड़ रहा है. इतने दिनों तक हम बाहर थे. बाढ़ का पानी घटने के बाद कई दिन हुए घर लौटे. फिर अचानक कटाव शुरू हुआ है. कटाव से नदी व आसपास के इलाके में करीब 10 कच्चे व पक्के के घर नदी में समा चुके हैं. इससे सभी चिंता में हैं. महिषबाथानी ग्राम पंचायत प्रधान गुमानी शेख ने बताया कि नबावगंज इलाके में महानंदा नदी के कटाव के बारे में जानकारी मिली है. इस क्षेत्र के दौरे पर गया था. इस संबंध में जिला सिंचाई विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया है.