कालिम्पोंग. जन आंदोलन पार्टी (जाप) के अध्यक्ष डॉ हर्क बहादुर छेत्री ने कहा कि जीटीए को लेकर त्रिपक्षीय वार्ता करने में कानूनी अड़चन हो सकती है, लेकिन गोरखालैंड को लेकर बैठक करने में कोई भी अड़चन नहीं होगी.
डॉ छेत्री बुधवार को कालिम्पोंग शहर में जाप की जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने गोजमुमो को वन प्वाइंट एजेंडा गोरखालैंड पर ही त्रिपक्षीय बैठक करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय वार्ता से कोई लाभ नहीं होगा. उन्होंने कहा कि 16 अक्तूबर को होनेवाली त्रिपक्षीय वार्ता के पहले जाप ने राज्य सरकार को पत्र भेजकर त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित करने की मांग की है.
डॉ छेत्री ने राज्य सरकार के प्रलोभन से बचकर केवल त्रिपक्षीय बैठक की मांग गोजमुमो करे. उन्होंने दशहरा में दार्जिलिंग पहाड़ बंद रहने के लिए राज्य सरकार को दोषी ठहराया. जनसभा में श्री छेत्री ने गोजमुमो की क्षमता व नीति पर सवाल किया. उन्होंने कहा कि गोरखालैंड मुद्दे पर सिर्फ राज्य नहीं, बल्कि केंद्र सरकार भी ईमानदार नहीं है.