समर्थकों का कहना था कि दार्जिलिंग की जनता बंद के समर्थन में नहीं है, लेकिन धमकियों के कारण वह डरी हुई है. दार्जिलिंग में लगातार चल रहे बंद के कारण वहां के आम लोगों की स्थिति दयनीय बन गयी है.
घरों में खाने के लाले पड़ने लगे हैं, लेकिन मोरचा नेताओं के धमकी के कारण वह ना चाहते हुए भी बंद करने को मजबूर हैं. तृणमूल समर्थक होने के कारण पहाड़ के लोगों की इस दयनीय समस्या को मुख्यमंत्री के सामने लेकर आये हैं. उनका कहना है कि पहाड़ के लोग इस बंद के ग्रहण के बाहर निकलना चाहते हैं, अब विमल गुरुंग के साथ पहाड़ की जनता नहीं है, वे पहाड़ में शांति लौटने के पक्ष में है.