मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में उत्तरकन्या में हुई बैठक पर श्री गुरुंग ने कहा है कि इस बैठक में गोरखालैंड को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई. यहां तक की गोरखालैंड का नाम तक नहीं लिया गया. ऐसे में गोरखालैंड आंदोलन खत्म करने का सवाल ही पैदा नहीं होता.
यदि गोरखालैंड की मांग पर त्रिपक्षीय बैठक शुरू हो जाए, तो वह बंद खत्म कर सकते हैं. इसके साथ ही श्री गुरुंग ने विनय तमांग तथा अनित थापा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ये दोनों गोरखा जाति विरोधी हैं. पहाड़ पर आंदोलन मुआवजे के लिए नहीं बल्कि अलग गोरखालैंड राज्य के लिए हो रहा है. विनय तमांग तथा अनित थापा राज्य सरकार से मिले हुए हैं. राज्य सरकार एक ओर शांति वार्ता की बात करती हैं वहीं दूसरी ओर, मोर्चा नेताओं पर अत्याचार का दौर चल रहा है.
श्री गुरुंग ने इसके साथ ही दार्जिलिंग सहित पूरे पर्वतीय क्षेत्र में जनता कर्फ्यू लागू करने की भी घोषणा की. मीडिया को जारी अपने ऑडियो क्लिप में श्री गुरुंग ने कहा है कि पहाड़ पर अलग राज्य की मांग को लेकर पुलिस रैली आदि करने की अनुमति नहीं दे रही है. इसी के विरोध में पहाड़ पर जनता कर्फ्यू लागू किया जायेगा.