कोलकाता: कोलकाता स्थित बीबी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का एक छात्र ब्लू व्हेल गेम का शिकार होते-होते बचा. वह छात्र गेम के आठवें लेवल तक पहुंच चुका था. गेम के अंतिम लेवल में यूजर्स सुसाइड कर लेते हैं. इंस्टीट्यूट के शिक्षक व सीआइडी अधिकारी की तत्परता से ब्लू व्हेल के गेम के शिकार छात्र को बचा […]
कोलकाता: कोलकाता स्थित बीबी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का एक छात्र ब्लू व्हेल गेम का शिकार होते-होते बचा. वह छात्र गेम के आठवें लेवल तक पहुंच चुका था. गेम के अंतिम लेवल में यूजर्स सुसाइड कर लेते हैं. इंस्टीट्यूट के शिक्षक व सीआइडी अधिकारी की तत्परता से ब्लू व्हेल के गेम के शिकार छात्र को बचा लिया गया.
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले में ब्लू व्हेल गेम के शिकार एक छात्र की आत्महत्या कर ली थी तथा तीन छात्रों को शिक्षकों ने ब्लू व्हेल गेम खेलते देखा था. सीअाइडी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुछ दिन पहले सीआइडी ने फेसबुक पर ब्लू व्हेल की जागरूकता संबंधित वीडियो पोस्ट किया था. इसे देख कर लगभग पांच-छह दिन पहले इंस्टीट्यूट के रजिस्ट्रार ने सीआइडी के साइबर प्रकोष्ठ को फोन कर सूचना दी कि उन लोगों को संदेह है कि एक छात्र ब्लू व्हेल गेम का शिकार हुअा है.
उसकी गतिविधियां संदेहास्पद हो गयी है. साइबर प्रकोष्ठ के इंस्पेक्टर अतनु ने रजिस्ट्रार की मदद से खुद की साइबर विशेषज्ञ बताते हुए उक्त छात्र से संपर्क साधा और उसे मदद करने का भरोसा दिलाया. वह छात्र का विश्वास जीतने से सफल रहे. अंतत: उक्त छात्र से स्वीकार किया कि वह ब्लू व्हेल गेम खेल रहा था तथा वह आठवें लेवल तक पहुंच गया था. इंस्पेक्टर अतनु उक्त छात्र को यह विश्वास दिलाने में सफल रहे हैं कि यह मौत का खेल है तथा इससे वह दूर हो जाये. उन्होंने उसकी काउंसिलिंग भी की. इससे वह सामान्य हो पाया. खेल के दौरान उस छात्र ने अपने हाथ पर ब्लू व्हेल का निशान भी बना लिया था. अब वह छात्र सामान्य है.
अभिभावकों के लिए चुनौती बना ब्लू व्हेल गेम
अॉनलाइन गेम और मोबाइल गेम के दीवाने नेक्सट जेन पीढ़ी के लिए ब्लू व्हेल एक गंभीर चुनौती बना है. मौत के गेम में परिणत हो चुका ब्लू व्हेल ने साइबर विशेषज्ञों, शिक्षण संस्थानों और अभिभावकों की नींद उड़ा दी है. पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में ब्लू व्हेल से एक छात्र की रहस्यमय मौत तथा तीन छात्राओं द्वारा अपने हाथ में ब्लू व्हेल बनाने का मामला सामनेे आ चुका है. इसके मद्देनजर कोलकाता पुलिस की साइबर टीम ने फेसबुक के माध्यम से शिक्षण संस्थानों व अभिभावकों को सतर्क करने के लिए दिशानिर्देश जारी किया है. वहीं, विभिन्न स्कूलों द्वारा भी अभिभावकों को संदेश भेजकर ब्लू व्हेल को लेकर अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है. बच्चों को मोबाइल फोन से दूर रखने, उन पर नजर रखने तथा उनके स्वभाव में परिवर्तन पर खास नजर रखने की हिदायत दी जा रही है.