इस संबंध में पलासचंद्र पाल ने गुरुवार को सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में एक प्रेस वार्ता के जरिये उक्त आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने इस कथित लापरवाही की शिकायत वेस्ट बंगाल क्लिनिकल एस्टैबलिशमेंट रेगुलटरी कमीशन में दर्ज कराई है. प्रेस वार्ता में उनके साथ माटीगाड़ा सोशल वेलफेयर आर्गनाइजेशन के प्रधान डॉ. मलय बक्सी भी मौजूद रहे.
दर्द कम होने के बाद उन्होंने पैरामाउंट नर्सिंग होम के डॉ. विवेक सरकार को दिखाया जिन्होंने उनके लिये कई टेस्ट लिख दिये. मरीज ने अपनी सारी टेस्ट स्थानीय आनंदलोक नर्सिंग होम के रेडियोलॉजिस्ट डॉ. अरिंदम चक्रवर्ती से कराई. रिपोर्ट के मुताबिक मरीज को एपेनडिसाइटिस और पैनक्रियाटिक रोग बताया. रिपोर्ट मिलने के बाद पैरामाउंट नर्सिंग होम के डॉ. विवेक सरकार ने मरीज को तुरंत उनके अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी. लेकिन आर्थिक रुप से कमजोर मरीज ने कुछ मोहलत मांगी. फिर घरवालों ने तय किया कि उनका इलाज हैदराबाद स्थित एशियन इंस्टीच्यूट ऑफ गैस्ट्रोलॉजी में कराया जायेगा. वहां के डॉक्टर को दिखाने के बाद जो रिपोर्ट सामने सामने आई वह चौंकाने वाली थी. दरअसल, पलाश चंद्र पाल को केवल गैस की समस्या थी. इलाज के बाद वे पूरी तरह स्वस्थ हैं. डॉ. बक्सी ने कहा, इस तरह की लापरवाही मरीज की न सिर्फ जान लेती है बल्कि उन्हें आर्थिक रुप से पंगु भी बना देती है.