वहां से शव को नवीन छेत्री के घर व बाद में खपरैल के श्मशान घाट में ले जाकर दाह संस्कार किया गया. श्मशान घाट में नवीन छेत्री को सेना की ओर से सलामी दी गयी. नवीन छेत्री के पिता राम बहादुर छेत्री भी सेना से रिटायर्ड जवान हैं.
पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नवीन छेत्री देहरादून में 10 किलोमीटर दौड़ में हिस्सा लेकर बीमार हो गये थे. उन्हें तत्काल सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में उनकी मौत हो गयी. मंगलवार को मृत जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए खपरैल में भारी भीड़ उमड़ पड़ी. सभी ने भीगी आंखों से उनको श्रद्धांजलि दी.